Driving License: अब ज्यादा नहीं करना इंतजार, अगले महीने से घर बैठे बनवा सकेंगे लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस
आरटीओ का पायलट प्रोजेक्ट हुआ पास अक्टूबर से घर बैठे बनना शुरू हो जाएंगे लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस। फेस स्कैनर में आ रही थी मुश्किल होने लगे तैयार। परिवहन विभाग को दलाल मुक्त बनाने और लोगों की कार्यालय तक दौड़ बचाने के लिए कार्यो को आनलाइन किया जा रहा है।
आगरा, अम्बुज उपाध्याय। लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। अक्टूबर के प्रथम सप्ताह से घर बैठे लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। बाराबंकी में चल रहे पायलट प्रोजेक्ट को सफलता मिल गई है। पहले ये प्रक्रिया एक सितंबर से शुरू होनी थी, लेकिन पायलट प्रोजेक्ट के ही सफल नहीं होने के कारण प्रक्रिया अटकी हुई थी। इसमें फेस स्कैनर में तकनीकि खामियां आ रही थीं, जिससे आवेदक के अपलोड फोटो और आनलाइन टेस्ट दे रहे व्यक्ति के साथ मिलान नहीं हो पा रहा था।
परिवहन विभाग को दलाल मुक्त बनाने और लोगों की कार्यालय तक दौड़ बचाने के लिए कार्यो को आनलाइन किया जा रहा है। लर्निंग और परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन आनलाइन हो रहे हैं और टैक्स, परमिट की प्रक्रिया भी आनलाइन हो गई है। अब लर्निंग लाइसेंस को घर बैठे देने की तैयारी है, जिससे कार्यालय में लगने वाली लंबी कतारों को घटाया जा सके। इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट बाराबंकी में अगस्त के अंतिम सप्ताह में शुरू हुआ, लेकिन खासा सफल नहीं हो सका है। इसमें शुरुआत में कई तरह की तकनीकि समस्या आई, जिस कारण लोगों के आवेदन स्वीकारने में अड़चन हो रही थी। आधार कार्ड से लिंक नहीं हो पाना, वन टाइम पासवर्ड जनरेट नहीं होना और फोटो का मिलान नहीं हो पाना था। अब इन खामियों में सुधार कर लिया गया है, जिसके बाद दूसरे जिलों में भी इसकी शुरुआत होनी है। अक्टूबर से सूबे के दूसरे जिलों में शुरुआत की उम्मीद लगाई जा रही है, जिसमें महानगरों को प्राथमिकता दी जाएगी।
ऐसे कर सकेंगे प्रक्रिया
घर बैठे लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदक को आनलाइन आवेदन करना होगा और प्रमाण पत्र अपलोड करने होंगे। इसमें आधार कार्ड अनिवार्य है। इसके बाद वन टाइम पासवर्ड मोबाइल नंबर पर आएगा, जिसको भरने के बाद आवेदक टेस्ट दे सकेंगे। टेस्ट से पहले आनलाइन स्कैनर अपलोड फोटो से टेस्ट दे रहे व्यक्ति के फोटो का मिलान करेगा। अगर अंतर पाया जाएगा तो टेस्ट नहीं होगा। टेस्ट पास होने के बाद एप्रूवल विभाग द्वारा दिया जाएगा। दो से तीन दिन बाद लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस का नंबर मोबाइल पर आ जाएगा, जिसे विभाग की वेबसाइट पर डालकर लाइसेंस का प्रिंट प्राप्त किया जा सकेगा। परमानेंट लाइसेंस के लिए आवेदक को कार्यालय ही जाना होगा।
ये है वेबसाइट
parivahan.gov.in
लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस का पायलट प्रोजेक्ट सफल हो गया है। उम्मीद है कि अक्टूबर के प्रथम सप्ताह से इसकी शुरुआत हो जाएगी। निदेशालय स्तर से जैसे ही निर्देश मिलेंगे प्रक्रिया शुरू करा दी जाएगी।
प्रमोद कुमार, आरटीओ प्रशासन