मेट्रो ट्रैक से 50 मीटर की दूरी पर बनाया मकान तो लेनी होगी एनओसी
यूपीएमआरसी से लेने होगी एनओसी
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा मेट्रो ट्रैक के दोनों ओर 50 मीटर की दूरी पर नया मकान बनाना कठिन हो जाएगा। उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) से मकान बनाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेना होगा। एनओसी मिलने के बाद ही आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) से नक्शा पास होगा। सोमवार को एडीए उपाध्यक्ष ने आदेश जारी कर दिए।
तीन माह पूर्व एडीए बोर्ड बैठक से एनओसी लेने का प्रस्ताव पास हुआ था। शहर में मेट्रो ट्रैक तीस किमी लंबा होगा। सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक पहला कारिडोर 14 किमी और आगरा कैंट से कालिदी विहार तक दूसरा कारिडोर 16 किमी लंबा है। एडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि बिना यूपीएमआरसी की एनओसी के नक्शा पास नहीं होगा। हालांकि जहां से मेट्रो ट्रैक प्रस्तावति वहां नए निर्माण की गुंजाइश काफी कम है। तेजी से बन रहे हैं तीन स्टेशन : फतेहाबाद रोड पर मेट्रो के तीन एलीवेटेड स्टेशनों का निर्माण चल रहा है। पीएसी ग्राउंड में मेट्रो का पहला डिपो बन रहा है। वहीं सात अंडरग्राउंड स्टेशनों का टेंडर हो गया है। आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट एक नजर में
- ट्रैक तीस किमी लंबा होगा। इसमें साढ़े 22 किमी एलीवेटेड और साढ़े सात किमी भूमिगत होगा।
- मेट्रो के कुल 27 स्टेशन होंगे। इनमें सात भूमिगत और बीस एलीवेटेड होंगे।
- मेट्रो प्रोजेक्ट की कुल लागत 8379 करोड़ रुपये है।
- आगरा मेट्रो का दूसरा डिपो कालिदी विहार में बनेगा।
- 272 करोड़ की लागत से फतेहाबाद रोड पर तीन स्टेशनों का निर्माण किया जा रहा है।
- 112 करोड़ रुपये से आगरा मेट्रो के पहले डिपो का निर्माण हो रहा है।