No School No Fees: सब्र दे गया जवाब, धरने पर पापा संग बैठे मां− बाप
No School No Fees स्कूल के खिलाफ पापा ने दिया धरना। डीआइओएस कार्यालय पर अभिभावक बैठे धरने पर। देर शाम अधिकारियों ने आश्वासन देकर हटाया।
आगरा, जागरण संवाददाता। फीस माफी की मांग को लेकर लगातार अधिकारियों और स्कूलों केे चक्कर काट रहे प्रोग्रेसिव आगरा पेरेंट्स एसोसिएशन (पापा) सदस्यों व अभिभावकों के सब्र ने जवाब दिया, तो नतीजा गुरुवार को डीआइओएस कार्यालय पर नजर आया। सभी एकजुट होकर कार्यालय परिसर में ही धरने पर बैठ गए और अपनी मांगों के पूरा हुए बिना न हटने का ऐलान कर दिया।
अभिभावकों का कहना था कि स्कूल शासनादेशों का खुलेआम उलंघन कर रहे हैं और अभिभावकों को किसी तरह की राहत नहीं दे रहे, जिसके विरोध में हमने इस अनिश्चिकालीन धरने की शुरुआत की है। दो दिन बाद भी मांगें न मानी गई, तो हम इसे अनशन में बदल देंगे। हटाने की कोशिश या गिरफ्तारी पर जेल में रहकर भी अनशन करेंगे। कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने इन्हें समर्थन भी दिया। इस दौरान देशभक्ति के गीतों पर तिरंगा लहराते हुए उन्होंने खूब नारेबाजी की। इस दौरान देवेंद्र कुमार चुल्लू, बाबा बाल योगी, ब्रजेश पंडित, अपूर्व शर्मा, विवेक रायजादा, महेश सिसोदिया, डॉ श्याम बाबू परिहार, संस्था के मनोज गोयल, शोभित जेटली, प्रवीण सक्सेना, दीपक वर्मा, अमर सिंह सेंगर, जितेंद्र मंगल आदि आदि मौजूद रहे।
शासनादेश का हो पालन
पापा सदस्य दीपक सरीन का कहना था कि संगठन ने लॉकडाउन अवधि की फीस माफ करने और ऑनलाइन शिक्षण की आधी ट्यूशन फीस लेने की मांग प्रमुखता से उठाई थी। बाद में स्कूलों की मनमानी और शासनादेश में शामिल बोर्ड फीस लेकर ही बोर्ड परीक्षा फॉर्म भरवाने और फीस माफी के प्रार्थना-पत्र पर आर्थिक स्थिति की जांच संबंधित कागजात न भरवाए जाने की मांग भी उठानी शुरु की, क्योंकि इसके लिए सिर्फ आयकर विभाग ही अधिकृत है। लेकिन स्कूल शासनादेश की बातें भी नहीं मांग रहे और बोर्ड परीक्षा फॉर्म भरवाने के लिए दो तिमाही की फीस मांग रहे हैं। जबकि शिक्षा विभाग उनकी लिखित शिकायत पर भी कार्यवाही नहीं कर रहा।
शाम को पहुंचे अधिकारी
अभिभावक डीएम और डीआइओएस के ठोस आश्वासन से पहले हटने को तैयार नहीं थे, लिहाजा शाम को एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर डीआइओएस से अधिकारियों की बात कराई और डीआइओएस रवींद्र सिंह ने अभिभावकों को भरोसा दिलाया कि वह खुद शुक्रवार सुबह 10 बजे सेंट जॉर्जेज कॉलेज यूनिट टू पहुंचकर स्कूल प्रशासन सेे वार्ता कर फीस माफी के प्रार्थना पत्रों पर ध्यान देने के निर्देश देंगे। इसके बाद ही अभिभावक धरने से हटने को राजी हुए।