नहीं हुई सुनवाई तो पखवाड़ा भर बंद रहेंगी इंडस्ट्री
चैंबर की इंटरलोकेटरी एप्लीकेशन (आईए) पर कोर्ट में ज्यादा कुछ नहीं हुआ, लेकिन चैंबर ने पक्ष मजबूती से रखने की तैयारी कर दी शुरू।
आगरा(जागरण संवाददाता): विजन डॉक्यूमेंट ड्राफ्ट से शहर के उद्यमियों में निराशा का स्थिति हैं। उन्हें इसमें उद्योगों की छवि सही तरीके से प्रस्तुत न करने और ताज और शहर में प्रदूषण का सारा ठीकरा उद्योगों के सिर फोड़ने की आशंका सता रही है। इसलिए वह चैंबर को भी कमेटी में शामिल करने की मांग कर रहे हैं, ताकि स्टेकहोल्डर्स का पक्ष भी मजबूती से रखा जा सके। इस मामले को लेकर नेशनल चैंबर में बैठक भी हुई।
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में विजन डॉक्यूमेंट ड्राफ्ट और कोर्ट की अवमानना को लेकर सुनवाई थी। इस पर नेशनल चैंबर पदाधिकारी नजरें जमाए बैठे रहे। चैंबर की इंटरलोकेटरी एप्लीकेशन (आईए) पर कोर्ट में ज्यादा कुछ नहीं हुआ, लेकिन चैंबर ने पक्ष मजबूती से रखने की तैयारी शुरू कर दी है। नेशनल चैंबर अध्यक्ष राजीव तिवारी ने बताया कि विजन डॉक्यूमेंट ड्राफ्ट तैयार करने से पहले उद्यमियों व नेशनल चैंबर से किसी तरह का राय मशवरा नहीं किया गया। ऐसा लगता है कि प्रदूषण का सारा ठीकरा उद्योगों के सिर फोड़े जाने की तैयारी है। इसलिए कमेटी में किसी उद्यमी को शामिल नहीं किया गया। चैंबर की मांग है कि कमेटी में सुझावों के लिए स्टेक होल्डर्स को शामिल किया जाए। साथ ही शॉर्ट टर्म और लांग टर्म दोनों प्रभावों की उन्हें भी जानकारी दी जाए।
ताज बचाने के लिए यमुना बचाएं:
पूर्व चैंबर अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट का 1996 का आदेश था कि प्रदूषणकारी इकाइयां बंद हो, लेकिन उद्योग प्रदूषण नहीं करते। यमुना शुद्धिकरण और उसमें पानी होना जरूरी है। ताजमहल साल की लकड़ी के प्लेटफॉर्म पर बना है। उसके लिए पानी जरूरी है। बालू उड़ने से ताज का क्षरण हो रहा है। ताज को सुरक्षित रखने के लिए यमुना को उसी स्थिति में लाना होगा। नाले टेप नहीं हैं। बैराज पर भी एक कदम नहीं बढ़े।
चार अगस्त को होगी बैठक:
पूर्व चैंबर अध्यक्ष अतुल गुप्ता ने बताया कि सारी गाज इंडस्ट्री पर गिरेगी, तो हम सभी इंडस्ट्री को 15 दिन के लिए बंद कर देंगे। आउटर ¨रग रोड पर किसी ने अब तक कुछ नहीं कहा। विजन डॉक्यूमेंट ड्राफ्ट का विरोध होगा। चार अगस्त को एससी आयोग अध्यक्ष के नेतृत्व में बैठक कर पक्ष रखेंगे। सभी इकाइयां नियमों में काम कर रही हैं। विजन डॉक्यूमेंट में पहले बैराज, ¨रग रोड, इलेक्ट्रोनिक बस लाएं और लाखों की संख्या में लगाए जा रहे पौधों की मॉनिट¨रग हो। इससे ही सुधार हो जाएगा। इंडस्ट्री भी साथ देने को तैयार है।