सर्दी में अस्पतालों की बदइंतजामी बढ़ा रही मरीजों का दर्द, अफसर बेखबर
- सरकारी अस्पतालों में सर्दी में ठिठुर रहे मरीज - खिड़की टूटी होने के साथ दिए जा रहे गंदे कंबल
आगरा, जागरण संवाददाता। सर्दी में अस्पतालों की बदइंतजामी मरीजों का दर्द बढ़ा रही है। सरकारी अस्पतालों में सभी मरीजों को कंबल नहीं मिल रहे हैं। जिन्हें कंबल दिए जा रहे हैं वे गंदे हैं। ऐसे में तीमारदारों को रजाई और कंबल का खुद ही इंतजाम करना पड़ रहा है। वहीं, कुछ वार्डो में खिड़कियों के शीशे टूटे हुए हैं।
एसएन में मेडिसिन विभाग के एक्यूट वार्ड में खिड़कियों के शीशे टूटे हुए हैं, उन पर कपड़ा बांध दिया है। बाल रोग, टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट में भी खिड़की ठीक नहीं हैं। यहां भर्ती सब मरीजों को कंबल भी नहीं दिए जा रहे हैं। कुछ मरीजों को कंबल दिए हैं वे गंदे हैं। चादर भी चार से पांच दिन में बदली जा रही है। यही हाल जिला अस्पताल का है, यहां भी मरीज घर से कंबल और रजाई लेकर आ रहे हैं। लेडी लॉयल महिला चिकित्सालय में वार्ड की खिड़कियों के साथ शीशे भी टूटे हुए हैं। यहां भी तीमारदारों को घर से रजाई लेकर आनी पड़ रही है। ये है हाल
एसएन - 650 मरीज भर्ती, बेड 950
जिला अस्पताल - 60 मरीज भर्ती, बेड 110
लेडी लॉयल महिला चिकित्सालय - 70 मरीज, 168
11 साल की बेटी एसएन में भर्ती है, वार्ड में कंबल नहीं दिए गए, अपने रिश्तेदारों से रजाई मंगानी पड़ी है।
मुबारक, फीरोजाबाद एसएन में बेटे को भर्ती कराया था। अपने साथ ही रजाई लेकर आए थे, यहां तो पांच दिन बाद चादर बदली गई हैं।
राम दयाल, आगरा एसएन की पुरानी सर्जरी बिल्डिंग में जीर्णोद्धार का काम चल रहा है, अधिकांश खिड़की पर शीशे लगा दिए गए हैं। मरीजों को जरूरत पड़ने पर दो कंबल भी दिए जा रहे हैं, कंबल गंदे हैं इसकी जांच कराई जाएगी।
डॉ. एसके मजूमदार, प्रमुख अधीक्षक एसएन मेडिकल कॉलेज सर्दी में वार्ड में अलग से इंतजाम किए हैं, मरीजों को कंबल दिए जा रहे हैं। मरीजों को कंबल न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. सुबोध कुमार आदर्श, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल