'अटल' इरादे और अधूरा विकास, आज भी वादे पूरे होने की राह ताक रहा बटेश्वर Agra News
बाह और फतेेहाबाद विधानसभा क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहे लोग। 4.32 करोड़ बाह और 4.45 करोड़ रुपयेे फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र में हुए खर्च।
आगरा, जागरण संवाददाता। 19 मार्च को योगी सरकार को प्रदेश में तीन साल पूरे होने जा रहे हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से पहलेे भाजपा ने क्षेत्रीय जनता से बड़े-बड़े वादे और दावे किए थे। सरकार ने काम भी किए लेकिन लोगों की समस्याओं का अब तक समाधान नहीं हो सका है।
बाह और फतेहाबाद विधानसभा क्षेेत्र के लोग बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। 'अटल' इरादे लिए प्रदेश की बाग-डोर संभालने वाली योगी सरकार बटेश्वर तक की सूरत नहीं बदल पाई है। पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के इस पैतृक गांव में विकास के लिए कई घोषणाएं की गई थीं।
बाह विधानसभा क्षेत्र
वित्तीय वर्ष 2017-18
106.633 लाख रुपये से इंटर लॉकिंग व नाली निर्माण के कार्य
41.385 लाख रुपये से डामर की सड़क निर्माण
0.155 लाख रुपये से सोलर लाइट
वित्तीय वर्ष 2018-19
210.179 लाख रुपये से इंटर लॉकिंग व नाली निर्माण
0.155 लाख रुपये से नाली निर्माण
वित्तीय वर्ष 2019-20
63.81 लाख रुपये सीसी रोड व नाली निर्माण
9.97 लाख रुपये इंटर लॉकिंग कार्य
ये हैं समस्याएं
- अधिकांश संपर्क मार्ग जर्जर हैं। कई मार्गों में जानलेवा गड्ढे हैं।
- क्षेत्र के 50 फीसद हैंड पंप ठीक नहीं है।
- ग्रामीण क्षेत्र में नलकूप संचालकों का महज दस घंटे बिजली आपूर्ति हो पा रही है।
- सरकार की गोशाला निर्माण घोषणा खटाई में। बेसहारा गोवंश से किसान परेशान।
- बटेश्वर में विकास की आस पूरी नहीं हुई है।
- सीएचसी, पीएचसी में स्टाफ की कमी के चलते क्षेत्र लोग लाभान्वित नहीं हो पा रहे।
बेसहारा पशुओं के लिए अब तक गोशालाओं का निर्माण नहीं हो सका है। बेसहारा पशु फसलों को बर्बाद कर रहे हैं।
- जयराम बरुआ, जैतपुर
प्रदेश सरकार तीन साल में भी सड़कों को गड्ढा मुक्त नहीं कर पाई है। अधिकांश सड़कें जर्जर हैं।
- प्रदीप ,निवासी पुरा भगवान
फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र
वित्तीय वर्ष 2017-18
94.812 लाख रुपये सबमर्सिबल पंप, टंकी निर्माण
52.76 लाख रुपये सीसी रोड व नाली निर्माण
वित्तीय वर्ष 2018-19
207.972 लाख रुपये सबमर्सिबल पंप
वित्तीय वर्ष 2019-20
83.32 लाख रुपये सबमर्सिबल पंप
07 लाख रुपये से बाउंड्रीवाल का निर्माण
ये हैं समस्याएं
- क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या अभी भी पेयजल की व्यवस्था न हो पाना है।
- नहरों मे टेल तक पानी नहीं पहुंच सका है।
- लंबे समय से चंबल डाल परियोजना के तहत पिनाहट से फतेहाबाद तक पानी लाने की मांग चली आ रही है।
- यमुना नदी और उटंघन नदी में चेक डैम बनाए बनाने की मांग पूरी नहीं हो सकी।
टीटीजेेड में होने के बावजूद फतेहाबाद के उपभोक्ताओं को निर्धारित घंटे भी बिजली नहीं मिल पा रही।
- अजब सिंह, किसान, धारापुरा
सरकारी विद्यालयों की स्थिति ठीक नहीं है। अधिकांश विद्यालय जर्जर हैं। यहां शिक्षा के स्तर में भी सुधार नहीं है।
- सुरेंद्र सिंह वर्मा, किसान
शिक्षा व चिकित्सा पर नहीं किया खर्च
बाह और फतेहाबाद के विधायकों तीन साल में अपनी निधि खूब खर्च की लेकिन शिक्षा और चिकित्सा पर एक रुपया भी खर्च नहीं किया। बाह विधायक ने पहले साल 1.48 करोड़, दूसरे साल 2.10 करोड़ और तीसरे साल 73 लाख (जनवरी तक) खर्च किए। उन्होंंने ये धनराशि सड़क, नाली, खरंजा और पानी पर खर्च की। इसी प्रकार फतेहाबाद विधायक ने पहले साल 1.47 करोड़, दूसरे साल दो करोड़ और तीसरे साल 90 लाख (जनवरी तक) ही खर्च किए।