मथुरा में बोले गडकरी, गंगा पर नहीं बनने दिए जाएंगे अब नये पावर प्लांट
दिल्ली से प्रयागराज तक चलेंगी बोट। सीवरेज के पानी से मिथेन गैस निकाल कर मथुरा में चलेंगी 200 बस।
आगरा, जेएनएन। वृंदावन के अक्षयपात्र में नमामि गंगे परियोजना का उद्घाटन करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि नमामि गंगे के परिणाम अब दिखाई देने लगेंगे। प्रयागराज में गंगा शुद्ध है।
उन्होंने कहा कि गंगा को साफ करना राजनीति का मुद्दा नहीं है। ये हमारी विरासत है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी गंगा को साफ करने के लिए कार्य किया। पर परिणाम सामने नहीं है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गंगा पर नए पावर प्लांट की मंजूरी अब नहीं दी जाएगी। हरिद्वार से लेकर उन्नाव तक कितना पानी छोडऩा है यह तय कर लिया गया है। नदियों में सीवरेज के पानी को रखने के लिये पांच हजार किमी लंबी पाइप लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। 15 साल तक इसके रख रखाव का काम त्रिवेणी इंजीनियरिंग को दिया गया।
गडकरी बोले कि गोकुल बैराज से आइओसी को पानी दिया जाएगा। 19 करोड़ रुपए मिलेगा।
उन्होंने बताया कि सीवरेज के पानी से मिथेन गैस निकाल कर 200 बस मथुरा में चलेंगी।
केंद्रीय मंत्री ने हाइब्रिड एम्यूटी प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए बताया कि इस पर भी मथुरा में काम किया जा रहा है। गंगा ग्राम बनाये जाने का जिक्र करते हुए कहा कि यमुना 1376 किमी है। सात राज्यों से होकर यह बह रही है। दिल्ली में 13 योजनाओं पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि सवा साल में यमुना साफ हो जाएगी। हिमाचल और हरियाणा में यमुना को शुद्ध करने का काम पूरा कर लिया गया। गोकुल बैराज से आइसीओल 2 करोड़ों लीटर पानी लेगा। सीवरेज का पानी आइसीएल लेगा। दो करोड़ पानी बचा लिया गया है। यमुना की 12 हजार करोड़ की डीपीआर बना ली गई है। दिल्ली से प्रयागराज तक बोट से जाएंगे। रिवर पोर्ट बनाये जाएंगा। गंगा यमुना से यात्रा करने पर खर्च कम हो जाएगा। फरवरी में बोट का प्रयोग प्रयागराज में होगा। इसके बाद दिल्ली से प्रयोग होगा। युवाओं को रोजगार मिलेगा। दिल्ली से मुंम्बई तक एक लाख किमी का का नया रोड बन रहा है। जोकि कई राज्यों में होकर गुजरेगा। 12 लेन का हाइवे होगा। हवा में चलने वाली बस लाई गई। आस्ट्रेलिया की कंपनी को यह काम दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी प्रजेंटेशन देने के लिए भी ऊर्जा मंत्री से कहा। गडकरी ने कहा कि दुनिया बदल रही है। देश बदल रहा है। उन्होंने बायो प्रोडक्ट और किसानों की प्रगति पर बल दिया। प्रदूषण को बड़ी समस्या बताया। वायु, जल, ध्वनि प्रदूषण को खत्म करने के लिए ईको सिस्टम लागू करने के लिये बल दिया।