नेशनल हाईवे पर कागजों में संरक्षा के इंतजाम, लोग हो रहे दुर्घटना के शिकार
- सिकंदरा सब्जी मंडी के सामने सर्विस रोड पर नहीं लगाए गए साइनेज - हर दिन लगता है जाम, मार्शल की नहीं की गई तैनाती
आगरा, जागरण संवाददाता।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की मनमानी वाहन चालकों पर भारी पड़ रही है। नेशनल हाईवे-19 का चौड़ीकरण धीमी गति से चल रहा है। हाईवे पर संरक्षा के उपाय कागजों में कैद हैं।
दिल्ली-आगरा हाईवे को छह लेन किया जा रहा है। छह साल पूर्व शुरू हुआ कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है। सिकंदरा सब्जी मंडी के सामने जाम की समस्या को देखते हुए अंडरपास बनाया जा रहा है। 22 करोड़ से बन रहा अंडरपास डेढ़ साल में बनेगा। इसके लिए दोनों सर्विस रोड बनाई गई है। सर्विस रोड पर साइनेज नहीं लगाए गए हैं। न ही एनएचएआइ ने मार्शल की तैनाती की है।
रांग साइड से आते हैं वाहन
सिकंदरा सब्जी मंडी के सर्विस रोड के दोनों साइड सुबह से लेकर शाम तक रांग साइड से वाहन आते हैं। इससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। इन्हें रोकने के लिए एनएचएआइ और पुलिस-प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किए हैं।
कागजों में संरक्षा के इंतजाम
- इंडियन रोड कांग्रेस की गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है।
- हाईवे पर जल निकासी के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं।
- बैरीकेडिंग के पास पांच मीटर की दूरी पर वार्निग लाइट नहीं लगी हैं।
- चौड़ीकरण के दौरान जगह-जगह शेड नहीं लगे हैं और न ही साइनेज लगाए गए हैं।
- दूरी पर रिफ्लेक्टिव टेप नहीं लगाया गया है।
- प्राथमिक उपचार की व्यवस्था के लिए निर्धारित स्थलों पर एंबुलेंस का इंतजाम नहीं है।
-जगह-जगह अवैध कट बने हुए हैं, जिन्हें बंद नहीं किया जा रहा है।
-हाईवे पर बने स्पीड ब्रेकर मानकों के अनुसार नहीं हैं।
- खोदाई के दौरान मिट्टी न उड़े, इसके लिए शॉव¨रग की व्यवस्था नहीं है।
- जगह-जगह मिट्टी के ढेर लगे हैं, यहां से वाहन गुजरते ही धूल के गुबार उड़ते हैं।
- पानी का पर्याप्त छिड़काव नहीं किया जा रहा।