Navratra Special: आदिशक्ति की आराधना संग नवरात्र की शुरुआत, मंदिरों में उमड़ा भक्तों का सैलाब
नौ दिन तक व्रत रखकर मां से सुख-समृद्धि की कामना करेंगे भक्त। मंदिरों व घरों में हुई घट स्थापना 14 तक चलेंगे नवरात्र।
आगरा, जेएनएन। शनिवार की भोर यूं तो आम दिनों की भांति हुई लेकिन इस भोर में एक विशेष ऊर्जा समाहित थी। सूर्य एक विशेष लालिमा लिए उदय हुआ और हवा में एक पवित्रता का प्रवाह महसूस हुआ। नवसंकल्प के साथ ये सुबह थी नवसंवत्सर की। विक्रम संवत 2076 का आरंभ और मां आदिशक्ति की आराधना के पावन दिन चैत्र नवरात्र की शुरुआत। इन विशेष महत्व के साथ शनिवार काे सूर्य देव उदित हुए और मंदिरों में मां भवानी के जयकारे गूंज उठे।
शनिवार को चैत्र नवरात्र की शुरुआत शैलपुत्री की आराधना के साथ हुई। नौ दिन तक व्रत रखकर श्रद्धालु मां से सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। मंदिरों व घरों में घट स्थापना की गई। प्राचीन देवी मंदिरों पर भक्तों का सैलाब उमड़ा। फीरोजाबाद स्थित प्राचीन कैला देवी माता के मंदिर पर सुबह चार बजे मंगला आरती में हजारों भक्तों ने मत्था टेका। भक्तों का समुंद्र ऐसा था कि मंदिर प्रांगण में पैर रखने की जगह थी कहीं नहीं दिख रही थी। यही स्थिति कमोवेश आगरा, मथुरा, मैनपुरी, एटा, कासगंज आदि के देवी मंदिरों में थी। मां भवानी की आराधना का यह सिलसिला नौ दिनों तक ऐसे ही जारी रहेगा। जगह जगह देवी जागरण एवं भंडारों के आयोजन होंगे।
ग्रीष्म ऋतु के चैत्र माह में होने के कारण इन्हें चैत्र नवरात्र भी कहते हैं। नौ दिनों में मां भगवती के सभी नौ रूपों की पूजा अलग-अलग दिन की जाती है। इनमें शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री हैं। छह अप्रैल से शुरू हो रहे नवरात्र 14 अप्रैल तक चलेंगे। नामनेर स्थित दुर्गा मंदिर, धाकरान और राजा की मंडी स्थित चामुंडा देवी मंदिर, नालबंद स्थित देवी मंदिर, बेलनगंज स्थित पथवारी मंदिर, शक्ति सुशील मंदिर, इंद्रपुरी मंदिर में नवरात्र में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। पं. किशनचंद वाजपेयी ने बताया कि इस बार नवरात्र पूरे नौ दिन तक चलेंगे। इस बार परिधारी नवसंवत्सर है, जिसका स्वामी शनि है। यह सभी के लिए शुभ फलदायक है। महानवमी 14 अप्रैल को सुबह 9:35 बजे तक रहेगी।
होटलों और हलवाइयों ने तैयार की नवरात्र थाली
नौ दिनों की विशेष आराधना और उपवास को ध्यान में रखते हुए होटलों और हलवाईयों ने नवरात्र विशेष थाली तैयार की है। कुटू की पूड़ी, आलू, अरबी और पनीर की सब्जी, रायता, हलवा, साबूदाना की खीर आदि से सज्जित थाली दो से तीन सौ रुपए में उपलब्ध है। इस दौड़ में पांच सितारा होटल भी शामिल हैं। उधर व्रत में फलों की मांग भी बाजार में बढ़ गई है।
2076 संवत की दी जा रही व्हाटसएप पर बधाई
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को हिंदू कलेंडर की शुरुआत माना जाता है। नवसंवत के बधाई संदेश लोग सोशल मीडिया पर एक दूसरे को दे रहे हैं। वहीं कई स्थानाें पर शाम को दीपदान के साथ इस विशेष दिवस काे मनाया जाएगा।
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का ऐतिहासिक महत्त्व
- इसी दिन के सूर्योदय से ईश्वर ने जीव सृष्टि की रचना प्रारंभ की।
- सम्राट विक्रमादित्य ने इसी दिन राज्य स्थापित किया। इन्हीं के नाम पर विक्रमी संवत् का पहला दिन प्रारंभ होता है।
- मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के राज्याभिषेक का दिन यही है।
- सिख परंपरा के द्वित्तीय गुरु श्री अंगद देव जी के जन्म दिवस का यही दिन है।
- महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने इसी दिन आर्य समाज की स्थापना की।
- महाराज युधिष्ठिर का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ।
प्राकृतिक महत्व
- वसंत ऋतु का आरंभ वर्ष प्रतिपदा से ही होता है जो उल्लास, उमंग, खुशी तथा चारों तरफ पुष्पों की सुगंधि से भरी होती है ।
- फसल पकने का प्रारंभ यानि किसान की मेहनत का फल मिलने का भी यही समय होता है ।
नवरात्र में नरी सेमरी पर कई ट्रेनों का अस्थायी ठहराव
नवरात्र में मथुरा के छाता स्थित नरी सेमरी देवी के दर्शन को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उत्तर मध्य रेलवे ने अझई-छाता स्टेशन के बीच में नौ गाडिय़ों का अस्थायी ठहराव दिया है।
नरी सेमरी में नवरात्र में मेले का आयोजन होता है। इसमें कई जिलों से श्रद्धालु दर्शन को आते हैं। इसके लिए छह अप्रैल से 14 अप्रैल तक आगरा मंडल के मथुरा जंक्शन पलवल खंड में अझई-छाता स्टेशन के बीच किमी 1421/24 पर जबलपुर- हजरत निजामुद्दीन महाकौशल एक्सप्रेस, जनता एक्सप्रेस, आगरा कैंट-नई दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, हावड़ा-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस, बिलासपुर-अमृतसर एक्सप्रेस, पलवल-आगरा कैंट मेमू, आगरा कैंट-हजरत निजामुद्दीन मेमू व आगरा-दिल्ली पैसेंजर को एक मिनट का अस्थायी ठहराव दिया गया है। जिससे नरी सेमरी जाने वाले श्रद्धालु यहां पर उतर सकें।