Move to Jagran APP

National Rose Day 2020: क्‍यों मनाया जाता है नेशनल रोज डे? गुलाब के फायदे भी जानना जरूरी

National Rose Day 2020 हर साल जून के दूसरे शनिवार को मनाया जाता है दिवस विशेष। नेशनल रोज डे की शुरूआत स्वीडिश रोज हाउस बोर्ड की ओर से की गई थी।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 13 Jun 2020 04:41 PM (IST)Updated: Sat, 13 Jun 2020 04:41 PM (IST)
National Rose Day 2020: क्‍यों मनाया जाता है नेशनल रोज डे? गुलाब के फायदे भी जानना जरूरी
National Rose Day 2020: क्‍यों मनाया जाता है नेशनल रोज डे? गुलाब के फायदे भी जानना जरूरी

आगरा, तनु गुप्‍ता। गुलाब का नाम सुनते ही आंखों के सामने सुंदरता और कोमलता का आभास होने लगता है। गुलाब का फूल जहां एक ओर अपने रंग और खुशबू के कारण पसंद किया जाता है, वहीं गुलाब के फायदे लोगों को उसका दीवाना बना देते हैं। वैसे तो फूलों में कमल को राष्ट्रीय फूल माना गया है, लेकिन गुलाब को फूलों का राजा कहा जाए तो अतिश्‍योक्ति नहीं होगी। अगर आप अब तक गुलाब को सिर्फ लेन-देन का माध्यम ही बनाए हुए थे तो लोकस्‍वर संस्‍था के संस्‍थापक राजीव गुप्‍ता आपको नेशनल रोज डे (National Rose Day) के मौके पर बता रहे हैं गुलाब के फायदों के बारे में।

loksabha election banner

राजीव गुप्‍ता के अनुसार नेशनल रोज डे हर साल जून के दूसरे शनिवार को मनाया जाता है। नेशनल रोज डे की शुरूआत स्वीडिश रोज हाउस बोर्ड की ओर से की गई थी। रोज यानी गुलाब केवल प्यार या श्रंंगार का ही प्रतीक नहीं है। इसके अन्य बहुत से फायदे होते हैं। इसका प्रयोग सौन्दर्य प्रसाधन गुलाब जल में भी किया जाता है। गुलाब जल शरीर को एक दम तरोताज़ा कर देता है। गुलाब के गुणों के कारण ही ये लोगों के बीच मुहावरे की तरह प्रसिद्ध है। गुलाब को प्यार और सुंदरता का पर्याय माना जाता है। खुशबू के शौकिन इसकी सुगंध को इत्र के रूप में बेहद पसंद करते हैं।

गुणों की खान गुलाब

त्‍वचा देता है खिला- खिला रूप

गुलाब जल का प्रयोग स्किन को टोन करने के लिए भी किया जाता है। गुलाब जल को रुई की सहायता से स्किन में लगाएं। अगर मेकअप उतारने के बाद स्किन ड्राई महसूस होती है तो भी गुलाब जल का यूज किया जा सकता है। गुलाब में नैचुरल ऑयल पाए जाते हैं। अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है तो गुलाब की पंखुड़ियों को पानी में डालकर कुछ देर के लिए छोड़ दें और फिर गुलाब के पानी से नहाएं। ऐसा करने से स्किन का मॉइस्चर बना रहेगा और स्किन भी सॉफ्ट फील होगी।

हाइड्रेशन के लिए है बेहतर

गुलाब एरोमेटिक हर्बल बेवरेज के रूप में भी यूज किया जाता है। अगर कैफीन नहीं पीना चाहते हैं तो रोज टी आपके लिए अच्छा ऑप्शन हो सकती है। रोज टी कैफीन फ्री होती है। अगर आप रोज टी को बेवरेज के रूप में लेना चाहते हैं तो बेहतर होगा कि 100 फीसद रोज पेटल टी लें। रोज टी बनाने में पानी का प्रयोग किया जाता है। अगर आप दिन में दो से तीन बार रोज टी ले रहे हैं तो गर्मियों में आपके लिए ये फायदेमंद साबित होगा। रिसर्च से ये बात सामने आई है कि 500 एमएल वॉटर 30 प्रतिशत मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ा देता है।

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है गुलाब

गुलाब की पंखुड़ियों में एंटीऑक्सीडेंट कम्पाउंड होते हैं। ये फ्री रेडिकल्स से निपटने का काम करते हैं। गुलाब की पंखुड़ियों में एंटीऑक्सीडेंट के रूप में मुख्य से पॉलीफेनोल पाया जाता है। पॉलीफेनोल से कैंसर का खतरा, हार्ट डिसीज, टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम हो जाता है। जो लोग रोज टी का सेवन करते हैं उन्हें गैलिक एसिड की उचित मात्रा प्राप्त होती है।

डिमेंशिया में मिलता है आराम

डिमेंशिया के मरीजों को रोज टी का सेवन करने से आराम मिलता है। गुलाब की पत्तियों की चाय बनाकर पीने से स्ट्रेस में कमी आती है और साथ ही रिलेक्स भी महसूस होता है। एंटी इंफ्लामेट्री प्रॉपर्टी होने के कारण गुलाब शरीर के लिए लाभकारी होता है।

आंखों की समस्या में लाभकारी होता है रोज वाटर

जिस तरह से गुलाब की पत्तियां स्किन के लिए लाभकारी होती हैं, ठीक उसी तरह से रोज वॉटर के भी बहुत से फायदे होते हैं। आंखों में लालिमा आने पर गुलाब जल या रोज वॉटर का यूज किया जा सकता है। अगर आंख में सूखापन लग रहा है तो भी गुलाब जल का प्रयोग किया जा सकता है। एक्यूट डाइसैरोसाइटिस की समस्या में भी रोज वॉटर फायदेमंद होता है। 10 से 50 परसेंट रोज ऑयल भी होता है। रोज ऑयल का यूज फूड इंडस्ट्री में अधिक किया जाता है। कुछ लोगों को रोज वॉटर से समस्या भी हो सकती है। रोज वॉटर से जलन की समस्या, लालिमा की समस्या हो सकती है।

गुलाब भर सकता है घाव

रोज वॉटर में एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टी होती है, इसलिए ये घाव, जलन और कट में लगाने से राहत मिलती है। घाव में रोज वॉटर लगाने से घाव जल्दी भरता है। रोज वॉटर इंफेक्शन से बचाने का काम भी करता है। रोज वॉटर एरोमाथैरिपी की हेल्प से सिरदर्द की समस्या में राहत और माइग्रेन में राहत मिलती है।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.