काम की तलाश में निकले थे तीनों, मौत ने लपक लिया
आगरा: एत्मादपुर में हाईवे पर शनिवार की रात एंबुलेंस और ट्रक की टक्कर में मृत तीनों लोगों की शिनाख्त हो गई। तीनों काम की तलाश में घर से निकले थे।
आगरा: एत्मादपुर में हाईवे पर शनिवार की रात एंबुलेंस और ट्रक की टक्कर में मृत तीनों लोग घरों से रोजगार की तलाश में निकले थे लेकिन मौत ने मंजिल पर पहुंचने से पहले ही उन्हें रास्ते में लपक लिया। चालक के बीमार बच्चे उसका इंतजार करते रह गए। चौथे मृतक की शिनाख्त मनोज निवासी एटा के रूप में हुई है।
एत्मादपुर हाईवे पर शनिवार की रात गाय बचाने की कोशिश में एंबुलेंस ट्रक से टकरा गई थी। भीषण हादसे में एंबुलेंस चालक समेत चार की मौत हो गई थी। हादसे की उनके घर पहुंचने पर कोहराम मच गया। एटा के अवागढ़ निवासी चालक 45 वर्षीय पप्पू उर्फ वीरेंद्र 20 साल से एंबुलेंस चला रहा था। उसके तीन बेटे और एक बेटी हैं। सात वर्षीय बेटी खुशी और चार साल का करन कई दिन से बीमार हैं। पिता तीन दिन से घर नहीं गए थे। बच्चे रविवार को पिता के आने का इंतजार कर रहे थे। शाम को जब शव घर पहुंचा तब उन्हें पिता की मौत के बारे में पता चला।
फर्रुखाबाद के कायमगंज निवासी साबुद्दीन (35) और पप्पू पाल (32) दोनों रोजगार की तलाश में थे। साबुद्दीन के सिकंदरा, केके नगर में रहने वाले बड़े भाई रियाजुद्दीन की बेकरी है। उन्होंने दोनों को अपने यहां काम करने के लिए बुलाया था। हादसे में चौथे व्यक्ति की शिनाख्त एटा के मारहरा निवासी मनोज यादव पुत्र जयपाल के रूप में हुई है। वह भी काम की तलाश में निकला था। इंस्पेक्टर एत्मादपुर नितिन कसाना ने बताया ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।