Suggestions by Industry: थीम पार्क योजना में प्रदूषण रहित उद्योग हों विकसित
नेशनल चैंबर ने मंत्री को पत्र भेज उठाई मांग। गारमेंट हब पर्यटन और प्रोद्योगिकी हब से होगा विकास।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा की थीम पार्क योजना को विकसित किया जाए। इसमें गारमेंट हब से लेकर प्रौद्योगिकी हब बनाया जाए, जिससे प्रदूषण रहित वातावरण में उद्योगों का विकास हो। यह मांग नेशनल चैम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज ने पत्र व मेल के माध्यम से औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना से की है।
अध्यक्ष राजीव अग्रवाल एवं केसी जैन के अनुसार, पर्यटन के लिए आवंटित जमीन में पूर्व योजना की तर्ज पर होटल, वाटर वार्क, मनोरंजन पार्क एवं पर्यटन गतिविधियां होनी चाहिए। इस तरह 1000 एकड़ भूमि का सही उपयोग हो सकेगा। पत्र में जानकारी दी गई है कि उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) द्वारा भूमि अधिग्रहण में 580 करोड़ रुपये वर्ष 2014 में लगाए गए थे। इसको विकसित न किए जाने के कारण 400-500 करोड़ रुपये का ब्याज का भार भी पड़ने का अंदेशा है। विलंब करने से यह जमीन और भी महंगी हो जाएगी।
मंत्री को जानकारी दी गई है कि थीम पार्क योजना में शामिल भूमि अधिग्रहण अधिनियम के तहत अर्जित की गई। लेकिन रायपुर व रहनकलां, तहसील एत्मादपुर, जनपद आगरा की लगभग 27 हेक्टेयर भूमि का मसला होने से यूपीसीडा द्वारा इस पूरे क्षेत्र का औद्योगिक विकास नहीं हो पाया। यह कार्य जल्द पूरा होना चाहिए।पत्र में कहा गया है कि राज्य सरकार द्वारा आगरा में गैर प्रदूषणकारी उद्योग के रूप में गारमेन्ट हब की योजना को शामिल करने की बात कही गई है। लेकिन इस योजना के लिए आगरा में कोई औद्योगिक आस्थान नहीं है। यहां औद्योगिक भूखंडों की अनुपलब्धता के कारण औद्योगिक विकास अवरूद्ध है। जेवर एयरपोर्ट और थीम पार्क योजना इनर रिंग रोड की कनेकि्टविटी के कारण यह जगह औद्योगिक क्लस्टर के रूप में सफल हो सकती है। मांग रखी गई है कि गारमेंट हब और गैर प्रदूषणकारी उद्योगों को इस थीम पार्क योजना में प्रोत्साहित करने की दृष्टि से औद्योगिक भूखण्डों को सस्ती दरों पर व किश्तों में दिये जाने के भी आदेश किये जाएं।