मौसेरे भाई ने तकादा करने पर की थी महिला की हत्या
फतेहपुर सीकरी हत्याकांड का पर्दाफाश आठ नवंबर को रेलवे लाइन किनारे मिली थी लाश एक लाख रुपये लिए थे उधार रकम वापस न करनी पड़े इसलिए घोंट दिया था गला
आगरा, जागरण संवाददाता। फतेहपुर सीकरी में दो दिन पहले हुई महिला की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। इस संबंध में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। महिला ने मौसेरे भाई को एक लाख रुपये दिए थे। उसका तगादा करने पर मौसेरे भाई ने साथी के साथ मिलकर उसकी गला घोंट दिया था।
एसपी ग्रामीण (पश्विमी) रवि कुमार ने बताया फतेहपुर सीकरी में आगरा गेट के पास आठ नवंबर को रेलवे लाइन किनारे सत्यवती (40 वर्ष) पत्नी प्रीतम सिंह निवासी लाल दरवाजा का शव मिला था। वह छह दिसंबर की शाम को घर से निकलने के बाद से लापता थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई थी। मृतका की मां भगवान देवी ने अपने भांजे कन्हैया निवासी मिर्चपुरा खेरागढ़ के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। विवेचना में भरतपुर के थाना रुदावल गांव लंगोटपुरा निवासी शंकर का भी नाम सामने आया।
पुलिस ने कन्हैया और उसके साथी शंकर को फतेहपुर सीकरी इलाके से मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ग्रामीण के अनुसार पूछताछ करने पर कन्हैया ने बताया कि सत्यवती उसकी मौसेरी बहन थी। सत्यवती के पिता नत्थीलाल ने चार महीने पहले अपना एक मकान चार लाख रुपये में बेचा था। इसमें कुछ रकम सत्यवती को भी मिली थी। उसने जरूरत बताकर सत्यवती से एक महीने पूर्व एक लाख रुपये उधार लिए थे। वह रकम वापस करना नहीं चाहता था। सत्यवती ने एक महीने बाद ही तकादा शुरू कर दिया था। उससे एक लाख रुपये लौटाने की कहने लगी। इस पर उसने दोस्त शंकर के साथ मिलकर सत्यवती की हत्या की साजिश रची। उसे छह नवंबर की रात को रुपये देने के बहाने घर से बुलाया। इसके बाद आगरा गेट के पास रेलवे लाइन किनारे झाड़ियों में दोनों ने सत्यवती की उसकी साड़ी से गला घोंटकर हत्या कर दी।