मीट बनाने का किया विरोध तो अपनों ने ही पीट पीट कर मार दी विशाखा
बाप, सौतेले भाई और चाचा ने बुरी तरह पीटकर मार दी घर की सबसे छोटी बेटी। मृतका के बाबा का कहना है कि विशाखा के किसी से थे संबंध।
आगरा(जेएनएन): उसका कसूर सिर्फ इतना ही था कि उसका सावन के सोमवार का व्रत था। घर में मीट पका रहे बाप, भाई और चाचा से बर्तन प्रयोग करने का विरोध किया तो नशे में धुत्त तीनों ने घर की बेटी की पीट पीट कर हत्या ही कर दी। इतने भर से अपनों का मन नहीं बदला तो सुबह गुपचुप तरीके से युवती का शव जलाने के लिए पहुंच गए।
यह सनसनी खेज मामला सामने आया है फीरोजाबाद जिले के थाना नसीरपुर के गांव रुधऊ में। मामले के अनुसार गांव में रहने वाले अजब सिंह ने पहली पत्नी निर्मला की मृत्यु के बाद दूसरी शादी सुमित्रा से कर ली थी। निर्मला से एक पुत्र मानिकचंद था। दूसरी पत्नी से पांच संतानें दो लड़के और तीन लड़कियां हैं। जिनमें से दो लड़कियों को छोड़कर बाकी सभी की शादी हो चुकी है। 18 वर्षीय मृतका विशाखा परिवार में सबसे छोटी थी।
गांव के एसबीएस इंटर कॉलेज में दसवीं की छात्रा थी। युवती की मां सुमित्रा के अनुसार सोमवार रात को अजब सिंह, मानिक चंद और युवती का चाचा बर्फ सिंह पुत्र विद्याराम घर में मीट बना रहे थे। तीनों नशे में धुत्त थे। विशाखा के सौतेले भाई मानिक चंद ने उसके बर्तन में मीट डाल दिया। विशाखा का सोमवार का व्रत था, उसने इसका विरोध किया। इस पर तीनों ने आग बबूला होकर विशाखा को बुरी तरह पीटा। उसे पीट पीटकर अधमरा कर कमरे में छोड़कर तीनों चले गए। विशाखा ऊपर कमरे में थी और उसकी मां नीचे सो रही थी। सुबह पांच बजे जब सुमित्रा की आंख खुली तो बेटी को फंदे से लटका हुआ देखकर उसके होश उड़ गए। इतनी ही देर में तीनों आरोपित विशाखा का शव जलाने के लिए खेतों पर ले गए। यह सब देख सुमित्रा भागकर थाने पहुंची। पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले आरोपित विशाखा के शव को आग के हवाले कर चुके थे। आनन फानन में पुलिस ने शव को जलती लकड़ियों के बीच से निकाला। शव बीस फीसद तक जल चुका था। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मामले में पुलिस का कहना है कि विशाखा ने पिटाई से क्षुब्ध होकर आत्महत्या की। जबकि कमरे में लैंटर काफी ऊंचाई पर था। दीवारों के बीच के छेद में बल्ली से रस्सी बांधकर आत्महत्या करने की पुलिस की बात गले नहीं उतर रही।
इधर विशाखा के बाबा गीतम सिंह के बयान से मामला ऑनर किलिंग का प्रतीत हो रहा है। गीतम सिंह का कहना है कि विशाखा के किसी से संबंध थे इसलिये इज्जत की खातिर उसे मार डाला।
मृतका की मां सुमित्रा की ओर से थाने में छह लोगों के खिलाफ 306 और 201 में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसके अनुसार आत्महत्या के लिए प्रेरित करना और साक्ष्य छुपाना है। अजब सिंह, गीतम सिंह, सोराज सिंह, मानिक चंद, राकेश और राजेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
मामले को एसएसपी सचिन पटेल ने अपने संज्ञान में ले लिया है। एसपी ग्रामीण महेंद्र सिंह समेत पुलिस बल मौके पर जांच कर रहे हैं।