Murder Mystery: JTO को भावना और कपिल के रिश्तों की लग गई थी भनक Agra News
फेसबुक फ्रेंड से मिलने पत्नी के दिल्ली जाने पर हुआ शक किया था विरोध। मनीष ने तोड़ी थीं वीरेंद्र की पसलियां पुलिस ने कार बरामद की।
आगरा, जागरण संवाददाता। भारतीय संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के जूनियर टेलीकॉम आफिसर (जेटीओ) की हत्या का कारण उन्हें पत्नी के फेसबुक फ्रेंड के रिश्ते की भनक लगना भी था। प्रेमी से मिलने कई बार दिल्ली जाने पर वीरेंद्र को भावना पर शक हो गया था। उसने कई बार विरोध जताया, इसके चलते पत्नी ने दोस्त कपिल के साथ मिलकर जेटीओ को रास्ते से हटा दिया। जिस कार से लाश फेंकी थी, पुलिस ने उसे बरामद कर लिया है।
शाहगंज की पंचशील कॉलोनी निवासी जेटीओ वीरेंद्र कुमार (45) का शव चार जनवरी की आधी रात को घर से 300 मीटर दूर पड़ा मिला था। पुलिस ने 48 घंटे में हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए पत्नी भावना उसके फेसबुक फ्रेंड कपिल कुमार और मनीष को गिरफ्तार कर लिया। कपिल कुमार दिल्ली नगर निगम में सिविल इंजीनियर है। जबकि उसका मित्र मनीष बीटेक करने के बाद कपिल के पास रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था।
हत्यारोपितों ने पूछताछ में पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी दीं। कपिल ने बताया कि भावना से दोस्ती के बाद वह उससे मिलने हर सप्ताह आगरा आता था। उसके बुलाने पर भावना भी कई बार बहाने से दिल्ली गई। उनमें लगातार संपर्क रहने और आने-जाने से जेटीओ को शक हो गया था। उसने भावना पर नजर रखनी शुरू कर दी थी। पत्नी और कपिल के बीच घनिष्ठ संबंध की भनक लगने पर वीरेंद्र ने इसका विरोध शुरू कर दिया था।
उधर, कपिल किसी भी कीमत पर भावना को अपनाना चाहता था। वह अपनी मर्जी से उसके पास आती तो पति की संपत्ति और अन्य लाभ से हाथ धोना पड़ता। इसलिए पति की हत्या की साजिश रची। शनिवार की रात वीरेंद्र शराब पीने के बाद गहरी नींद में सो गया। इसकी जानकारी भावना द्वारा देने पर वह रात में ही आगरा पहुंच गए। भावना और कपिल ने वीरेंद्र के पैर पकड़ लिए। मनीष ने उसके सीने पर चढ़कर पहले गला दबाया। इसके बाद सीने पर अपने मुक्कों से ताबड़तोड़ प्रहार करके उसकी पसलियां तोड़ दीं थी। नब्ज देखकर उसकी मौत की पुष्टि के बाद लाश को कार में रखकर सड़क पर लाकर फेंका था।
एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि जिस कार से शव को फेंका गया था। पुलिस ने उसे भी बरामद कर लिया है।
अदालत ने हत्यारोपितों को जेल भेजा
पुलिस ने बुधवार को जेटीओ के हत्यारोपितों उनकी पत्नी भावना उसके दोस्त कपिल और मनीष को सीजेएम कोर्ट में प्रस्तुत किया। इस दौरान कोर्ट के बाहर बड़ी संख्या में अधिवक्ता भी उन्हें देखने पहुंचे। तीनों को खूब खरी-खोटी सुनाई। सीजेएम ने हत्यारोपितों को जेल भेजने के आदेश दिए।
बच्चों को खाने में नींद की गोलियां देने की आशंका
जेटीओ वीरेंद्र की हत्या की उनके बच्चों को भनक तक नहीं लगी। जबकि वह दूसरे कमरे में सो रहे थे। पुलिस को आशंका है कि भावना ने बच्चों के जागने के डर से उन्हें खाने में नींद की गोलियां दी होंगी। इससे कि वीरेंद्र के शोर मचाने या घर में हलचल होने के चलते उनकी आंख नहीं खुले।
वीरेंद्र की लाश को कहीं और फेंकने की थी साजिश
मनीष और कपिल की योजना जेटीओ की लाश कहीं और ले जाकर फेंकने की थी। यदि वह अपने मंसूबे में सफल रहते तो पुलिस की दिक्कतें बढ़ सकती थीं। मगर, कार में लाश रखने के बाद दोनों घबरा गए थे। इसलिए उसे कॉलोनी से ही 300 मीटर दूर ले जाकर फेंक दिया।