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Scam: डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में कंपनियों ने कराए 11 करोड़ रुपये जमा Agra News

कुल 22.65 करोड़ रुपये की पांच कंपनियों से होनी थी वसूली। तीन सदस्यीय कमेटी ने फिर से शुरू की बिलों की जांच।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Wed, 05 Feb 2020 10:02 AM (IST)Updated: Wed, 05 Feb 2020 10:02 AM (IST)
Scam: डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में कंपनियों ने कराए 11 करोड़ रुपये जमा Agra News
Scam: डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में कंपनियों ने कराए 11 करोड़ रुपये जमा Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में नगर निगम प्रशासन की सख्ती का असर दिखने लगा है। 22.65 करोड़ रुपये में से कंपनियों ने 11 करोड़ रुपये जमा कराए हैं, जबकि 1.68 करोड़ रुपये का यूजर चार्ज अलग है। अगर इस रकम को जोड़ लिया जाए तो अब तक 12.68 करोड़ रुपये जमा हो चुके हैं। 9.97 करोड़ रुपये बकाया जमा कराने के लिए कहा गया है।

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दैनिक जागरण ने डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में घोटाला खोला था। छह जनवरी को मेयर नवीन जैन ने कार्रवाई के आदेश दिए थे। कंपनियों के खिलाफ वसूली प्रमाण पत्र (आरसी) जारी करने की तैयारी है। नगरायुक्त अरुण प्रकाश ने बताया कि कंपनियों ने अब तक 12.68 करोड़ रुपये जमा कराए हैं। बकाया राशि को जमा कराने के लिए कहा गया है। वहीं कंपनियों ने दस फीसद कूड़ा उठाया है। उधर, अपर नगरायुक्त विनोद कुमार की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। कमेटी 21 माह के सभी बिलों की जांच करेगी। पूर्व में कमेटी ने तीन माह के बिलों की जांच की थी।

ये हैं कंपनियां

अरवा एसोसिएट, ओम मोटर्स, स्पाक ग्लोबल, सेवा, एसआरएमटी (जून 2019 में हटा दिया गया था)।

30 हजार घरों में कूड़ा लेने नहीं पहुंचा कोई

नगर निगम के अफसरों की लचर कार्यशैली का फायदा सफाई कर्मचारी उठा रहे हैं। मंगलवार को शहर के 30 हजार घरों में कूड़ा लेने कोई नहीं पहुंचा। इसकी शिकायत मेयर नवीन जैन से की गई है। मेयर ने बताया कि जल्द ही बैठक कर संबंधित अफसरों से स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा।

फैक्‍ट ऑफ वेस्‍ट मैनेजमेंट

- 750 मीट्रिक टन कूड़ा रोजाना निकलता है नगर निगम के सौ वार्डों में

- 04 लाख के करीब भवन है जिसमें तीन लाख लोग ही हाउस टैक्स जमा कर रहे हैं।

- 2018 नवंबर से गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग निस्तारित करना शुरू किया गया था।

- 85 मीट्रिक टन सूखा कूड़ा 25 कैटेगरी में अलग किया जाता है रोजाना।

- 55 मीट्रिक टन गीले कूड़े से रोजाना बनाई जा रही है खाद।

- 70 हजार घरों में बन रही है चार मीट्रिक टन खाद (नगर निगम के आकड़ों के अनुसार)।

- 8.6 मीट्रिक टन खाद शहर की बड़ी डेयरी में हर दिन बनाई जा रही है।

- 110 मीट्रिक टन मलबा हर दिन निगम कलेक्ट करता है। जल्द ही सालिड वेस्ट का प्लांट लगाया जा रहा है। इससे इसका निस्तारण हो सकेगा। इंटरलॉकिंग बनेंगी।

- 08 लाख मीट्रिक टन कूड़ा कुबेरपुर में पड़ा है। कूड़े को निस्तारित करने में 27.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे।  


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