मथुरा के मेडिकल कॉलेज से सीबीआइ ने 17 साल से फरार चिकित्सक दबोचा
मेडिकल कॉलेज में कार्यरत आरोपित पर मुंबई में है मुकदमा।
मथुरा, जेएनएन। मुंबई सीबीआइ की टीम ने सोमवार रात दबिश देकर मथुरा के मेडिकल कॉलेज में कार्यरत चिकित्सक को पकड़ा है। आरोपी चिकित्सक 17 साल से जालसाज के मामले में फरार चल रहा था। टीम आरोपी को प्रोटेक्शन वारंट पर मुंबई ले गई।
मथुरा के छाता क्षेत्र में संचालित एक मेडिकल कॉलेज में सोमवार रात को मुंबई की सीबीआइ ब्रांच के उप निरीक्षक योगेंद्र शर्मा ने टीम के साथ दबिश देकर चिकित्सक को दबोच लिया। आरोपित चिकित्सक ने वर्ष 2002 में मुंबई कस्टम विभाग में अभिनव नाम से जालसाजी की घटना को अंजाम दिया था। इसका मुकदमा धारा 420 के तहत दर्ज किया गया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद से आरोपित 17 वर्ष से फरार चल रहा था। उपरोक्त प्रकरण की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो मुंबई के सुपुर्द कर दी गई।
सीबीआइ टीम ने गोपनीय जांच पड़ताल कर पता लगाया कि अभिनव नामक आरोपित मथुरा जिले के मेडिकल कॉलेज परिसर में डॉ. राजीव गुप्ता के नाम से रह रहा है। सोमवार रात में गिरफ्तार कर छाता कोतवाली लाया गया। कोतवाली में सीबीआइ टीम ने जरूरी कागजी कार्यवाही कर आरोपी को प्रोटेक्शन वारंट पर ले गई। कार्रवाई के बाद मेडिकल कॉलेज में दिन पर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। छाता के पुलिस क्षेत्रधिकारी जगदीश कालीरमन व थाना प्रभारी हरवेन्द्र मिश्र ने सीबीआइ टीम की कार्रवाई की पुष्टि की है।