प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो टेका था मत्था और कठेरिया ने ये क्या कर दिया
अक्सरकर विवादों में घिरे रहने वाले आगरा के सांसद रामशंकर कठेरिया अपने जन्मदिन पर संसद भवन की प्रतिकृति का केक काट फिर विवादों में घिरे। विपक्ष से लेकर सोशल मीडिया तक पर हो रही आलोचना।
आगरा (जेएनएन)। कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त एससी/एसटी आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया अपने जन्मदिन पर विशेष प्रकार का केट काटकर विवादों में फंस गए हैं। प्रोफेसर रामशंकर कठेरिया ने अपने 54वें जन्मदिन पर कल 54 किलो का संसद की प्रतिकृति का केक काटा तो सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। कठेरिया ने अपने जन्मदिन पर पत्नी के साथ संसद भवन की आकृति वाला केक काटा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष व डॉ. रामशंकर कठेरिया बीते दिनों अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में फोटो को लेकर चर्चा में थे। आगरा में पिछली बार अपने जन्मदिन पर अपनी आरती उतरवाने वाले कठेरिया ने इस बार अपनी पत्नी मृदुला कठेरिया के साथ मिलकर संसद की आकृति वाला केक काट कर नये विवाद को जन्म दे दिया है। संसद की आकृति वाला केक काटने वाली तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। समाजवादी पार्टी ने भी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
कठेरिया ने शुक्रवार को अपना 54 वां जन्मदिन मनाया था। सुबह से ही आगरा में इस दौरान कई कार्यक्रम आयोजित हो रहे थे। उनके आवास खंदारी कैंपस पर रक्तदान शिविर भी लगाया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और उनके परिवार के लोगों ने मिलकर केक भी काटा। यह केक संसद भवन की आकृति का था। काफी बड़े केके पर एक तिरंगा भी लहरा रहा था। केक काटने से पहले इस पर से तिरंगा हटा दिया गया था।
एसएस/एसटी आयोग के अध्यक्ष कठेरिया ने काटा ससंद भवन की आकृति वाला केक, मचा बवाल
कठेरिया के जन्मदिन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों ने काफी प्रतिक्रिया भी दी। जन्मदिन पर संसद भवन की आकृति वाला केक काटे जाने के वक्त कार्यकर्ता खुशी में मगन थे, लेकिन जब वीडियो वायरल हुआ तो कठेरिया समर्थक जवाब देने से बचते नजर आए। सांसद ने सुबह अपने आवास पर केक काटा था। इसके बाद समर्थकों ने इसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया, इसी के साथ केक की आकृति को लेकर बहस शुरू हो गई।
लोगों ने किया खूब कमेंट
अभी बहुत कुछ देखना बाकी है। - सोनिया जैन
संसद भवन रूपी केक काटने के साथ ही इनका रास्ता भी संसद से कट गया है।- सचिन व अजीत जायसवाल
देश के दुर्दिन चल रहे हैं। कोई संविधान फाड़ रहा है, तो कोई संसद के प्रतीक पर छुरा चला रहा है। - उल्फत सिंह।