सांसद हेमामालिनी ने उठाई लोकसभा में मांग, कान्हा की नगरी को शामिल किया जाए NCR में
सांसद ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी दिया हुआ है प्रस्ताव। एनसीआर में शामिल होने से हो सकेगा मथुरा का विकास।
मथुरा, जेएनएन। धार्मिक नगरी मथुरा की सांसद हेमामालिनी ने कान्हा की नगरी को एनसीआर में शामिल करने मांग लोकसभा में उठाई है। बुधवार को उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के समक्ष कहा कि मथुरा एक विश्व स्तरीय धार्मिक पर्यटन नगरी होने के बावजूद मूलभूत सुविधाओं से विहीन है। देश दुनिया से लोग यहां आते हैं बावजूद इसके यहां उन्हें सुविधाएं नहीं मिल पातीं। यदि एनसीआर में मथुरा नगरी को शामिल कर लिया जाए तो यहां का चहुंमुखी विकास हो सकेगा।
बुधवार को लोकसभा सत्र के दौरान सांसद हेमामालिनी बोल रही थीं। उन्होंने अपनी बात प्रदेश सरकार को धन्यवाद देने के साथ शुरु की। उन्होंनेे कहा कि प्रदेश सरकार मथुरा के विकास के लिए काफी कार्य कर रही है। मथुरा को विश्वस्तरीय बनाने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस ओर कई कार्य योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। मथुरा को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में भी शामिल किया गया है। फिर भी धार्मिक नगरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए केंद्र सरकार के सहयोग की जरूरत है। मथुरा में प्रतिदिन हजारों लाखों लोग आते हैं। मंदिरों के दर्शन, गोवर्धन परिक्रमा, चौरासी कोस की परिक्रमा, इस्कॉन मंदिर आदि में लाखों श्रद्धालु आते हैं। देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुअों को यहां मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं। विदेशी श्रद्धालुअों को जनसुविधा केंद्र, सड़क, स्वच्छता आदि सुविधाएं नहीं मिल पातीं। सांसद ने कहा कि धार्मिक नगरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के मुख्यमंत्री को कहा था। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को इस बाबत प्रस्ताव भी भेजा गया है। यदि इस प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ध्यान दे और मथुरा को एनसीआर में शामिल कर ले तो मथुरा का चहुंमुखी विकास को सकेगा।
पहले भी हो चुकी मांग
मथुरा को एनसीआर में शामिल करन की मांग काफी पुरानी है। यूपीए सरकार में जब कमलनाथ नगरीय विकास मंत्री थे, तब भी मथुरा को एनसीआर में शामिल कराने के प्रयास किए गए थे। लेकिन कुछ कारणों से शामिल नहीं हो सका। एनसीआर में शामिल कराने किए जाने का प्लान जनवरी 2018 में आवास एवं शहरी नियोजन विभाग द्वारा एनसीआर प्लाङ्क्षनग बोर्ड को भेज दिया गया था।
ये होगा फायदा
मथुरा-वृंदावन को एनसीआर में शामिल किए जाने से केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय का नेशनल कैपिटल रीजन प्लाङ्क्षनग बोर्ड के जरिए विकास योजनाओं पर सीधा नियंत्रण होगा। जिले के विकास को पंख लगेंगे। सड़कों की हालत सुधरेगी, औद्योगिक क्षेत्र विकसित होगा,रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। विकास के नए प्रोजेक्ट आएंगे, ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार होगा। पेयजल आपूर्ति, जलसंरक्षण, कचरा प्रबंधन पर बेहतर काम होगा।
ऐसा पहली बार नहीं है जब सांसद हेमामालिनी ने अपने संसदीय क्षेत्र की समस्याओं को लोकसभा में उठाया हो। इससे पूर्व मथुरा- वृंदावन में बंदरों की समस्या को लेकर हेमा ने आवाज उठाई थी। वहीं कुछ दिन पूर्व मथुरा में अंडरपास बनाने की मांग भी उन्होंने केंद्र सरकार से की थी।