ब्रज की रज में भूले राजनीति, हेमा ने लगाए ठुमके, लालू के तेज ने खेली होली
सांसद हेमामालिनी ने पहली बार मनाई मथुरा में होली। बिहार से तेज प्रताप भी आए कान्हा की नगरी में होली मनाने।
आगरा, जेएनएन। सियासत की दुनिया से परे भक्ति के रंग में राजनीति के सितारे कान्हा की नगरी में फाग के रंगों में सराबोर हुए। कहना गलत न होगा कि भक्ति का रंग सियासी रंग पर हावी रहा। मायानगरी की चकाचौंध से दूर सांसद हेमा मालिनी हों या लालू प्रसाद यादव के लाल तेजप्रताप। राजनीति के इन खिलाडि़यों ने फाग की उमंग कान्हा के संग मनाकर अपने त्योहार का सार्थक रूप दिया।
होली के दिन गोपी बनी सांसद हेमामालिनी ने जमकर अबीर-गुलाल उड़ाया। होली के गीतों पर ठुमके लगाए तो हर कोई उनके साथ थिरकने पर मजबूर दिखाई दिया। वृंदावन में पहली बार होली मनाते समय सांसद हेमामालिनी ने होली का जमकर लुत्फ उठाया। कभी राधा के रूप में तो कभी कान्हा बन पिचकारी चलाई। फिल्मी चकाचौंध से दूर पहली बार होली मना रहीं अभिनेत्री व सांसद हेमामालिनी ने राधाकृष्ण की धरती पर होली खेलने को अपने लिए यादगार पल बताया।
छटीकरा मार्ग स्थित ओमेक्स सिटी स्थित आवास पर गुरुवार को सांसद हेमामालिनी ने होली महोत्सव का आयोजन किया। सांसद की होली में भले ही इसबार फिल्मी सितारे नहीं थे। लेकिन ब्रजवासियों संग होली खेलकर उन्होंने पूरा आनंद उठाया। होली के रसिया और फिल्मी गीतों पर ठुमके भी लगाए और गुलाल लगवाया और मौजूद लोगों के गुलाल लगाया भी। टिकट बंटावारे को लेकर दिल्ली में चल रही उठापटक से दूर ब्रज की धरती पर होली मनाने के इन पलों को वे यादगार पल बताने से भी नहीं चूकीं। पूरी तरह होली के रंग में रंगी नजर आईं सांसद ने दिल खोलकर ब्रज की होली का आनंद लिया।
तेज प्रताप ने बरसाना में खेली होली
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के पुत्र तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को बरसाना पहुंचकर अपने संगी-साथियों के साथ राधारानी मंदिर में होली खेली। राधा रानी के दर्शन कर बिहार में पार्टी की जीत की कामना की और उसके बाद सीधे दिल्ली रवाना हो गए।
तेज प्रताप यादव का ब्रज से प्रेम किसी से छिपा नहीं हैं। मौका मिलते ही दर्शन परिक्रमा करने में ब्रज पहुंच जाते हैं। गुरुवार को तेज प्रताप अपने साथियों के साथ करीब 12 बजे सीधे रंगीली महल के सामने अपने अनन्य ब्रज के सखा लक्ष्मण प्रसाद शर्मा के आवास पर पहुंचे, जहां उन्होंने लक्ष्मण प्रसाद को गुलाल लगाया और लाल रंग की टोपी पहनाते हुए गले मिले और होली की हार्दिक बधाई दी और वहीं पर अपने संगी साथियों के साथ गुलाल से होली खेली। उसके बाद ठंडाई और पकौड़े के नाश्ता किया।
नीचे होली खेलने के बाद अपनी टीम के साथ गहवर वन की परिक्रमा दी और रास्ते में अन्य परिक्रमार्थियों के गुलाल लगाते हुए राधे-राधे का जयकारा लगाते हुए राधा रानी के मंदिर पहुंचे और दर्शन करने के पश्चात मंदिर के जगमोहन में होली के लोकगीत व रसियों पर उड़ते हुए अबीर गुलाल के बीच साथियों के साथ जमकर नाचे। करीब एक घंटा मंदिर परिसर में रहकर होली का आनंद लिया। मंदिर से उतरने के बाद सीधे दिल्ली के रवाना हो गए।