बड़ी कार्रवाई: आयकर जमा न करने पर 50 से अधिक बैंक खाते अटैच Agra News
185 करोड़ रुपये है बकाया। रेंज में हैं कुल 133690 आयकरदाता। लंबित मामलों में वसूली न होने पर संपत्ति की जाएगी नीलाम मुकदमे भी होंगे दर्ज।
आगरा, चन्द्रशेखर दीक्षित। आयकर विभाग के नोटिसों को अनदेखा करने वाले 50 से अधिक आयकरदाताओं के बैंक खाते अटैच किए गए हैं। चेतावनी भी दी है कि भेजी गई डिमांड जल्द जमा नहीं की गई तो प्रॉपर्टी सीज की जाएगी। जरूरत पडऩे पर इनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने मथुरा परिक्षेत्र को 118 करोड़ रुपये का लक्ष्य दिया गया है। इसे पूरा करने के लिए आयकर विभाग की टीम बकाया आयकर चुकता करने के लिए दबाव बना रही है। आयकर अधिकारियों ने विभाग की डिमांड की रिकवरी के लिए आयकरदाताओं को लगातार नोटिस भेजे हैं। इसकी अनदेखी करने वालों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किए गए हैं। अब दबाव बनाने के लिए खाते भी अटैच किए हैं। जिन 50 बकाएदारों के खाते अटैच किए गए हैं। इन पर आयकर विभाग का 185 करोड़ रुपये बकाया है।
कसा जाएगा शिकंजा
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि आयकर अधिनियम की धारा 148 के तहत स्क्रूटनी के केस चयनित किए जाते हैं। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड बैंक, पोस्ट ऑफिस, रजिस्ट्री ऑफिस, व आरटीओ ऑफिस से डाटा लिया जाता है। दस लाख रुपये से अधिक का लेनदेन करने वाले आयकर विभाग के रडार पर आ जाते हैं। चयनित डाटा को वार्ड के आयकर अधिकारियों को केस री-ओपन करने के लिए दिया जाता है। नोटिस जारी कर डिमांड जारी की जाती है। संतोष जनक जवाब न मिलने पर संदिग्ध लेनदेन करने वालों को अंतिम नोटिस जारी कर एक माह का समय दिया जाता है। पैसा जमा न करने पर बैंक खाते अटैच किए जाते हैं।
लक्ष्य पूरा होना दूर की बात
चालू वित्तीय वर्ष में मथुरा रेंज को 118 करोड़ रुपये का लक्ष्य दिया गया है, लेकिन अभी तक विभागीय अधिकारी करीब आधा ही लक्ष्य पूरा कर पाए हैं, जबकि वित्तीय वर्ष समाप्त होने को लेकर उलटी गिनती शुरू हो गई है। वहीं विभागीय अधिकारियों का कहना है कि चालू वित्तीय वर्ष में रिफंड करने वालो की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। बताते चलें कि मथुरा रेंज में पांच खंड हैं, जिनमें करदाताओं की संख्या 1.33 लाख के आंकड़े को पार कर गई है।
आयकरदाता अपना बकाया चुकता कर दें। लंबित मामलों में खाता अटैच की कार्रवाई की जा रही है। रेंज में करीब 185 करोड़ रुपये बकाएदारों पर टैक्स की धनराशि बकाया है। रिकवरी न होने पर इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होंगे। प्रॉपर्टी को भी अटैच किया जाएगा।
सुनील सक्सेना, आइटीओ