कान्हा की नगरी में मोरारी बापू के मुख से बही राम नाम की धारा
नौ दिवसीय दिवसीय रामकथा का कालिंदी किनारे हुआ आरंभ, मोरारी बापू से कथा सुनने को देशभर से जुटे हैं श्रद्धालु
आगरा, [जेएनएन] : कृष्ण नगरी में शनिवार को अदभुत नजारा था। काङ्क्षलदी के किनारे प्रसिद्ध कथा वाचक मोरारी बापू के मुख से राम नाम सुनने को सैलाब उमड़ पड़ा। खचाखच भरा पंडाल राममय हो उठा। भजन-कीर्तन पर श्रद्धालु झूमते रहे।
विश्राम घाट के सामने गोर गिरधर मोरारी उद्यान में नौ दिवसीय रामकथा का आरंभ हो गया। शाम चार बजे से कथा शुरू होनी थी, लेकिन मोरारी बापू के मुख से कथा सुनने को लोग सुबह से ही उमडऩे लगे। कोई मुंबई से तो कोई गुजरात से। देखते ही देखते पंडाल खचाखच भर गया। कथा से पूर्व श्रद्धालुओं ने पोथी को सिर पर रखकर ढोल नगाड़ों के साथ यात्रा निकाली। फिर इसे व्यासपीठ पर विराजमान कराया गया। बापू के आते ही पंडाल जयकारों से गूंज उठा। शुरुआत हनुमान चालीसा और शांति पाठ से हुई। इसके बाद हनुमानजी का आह्वान और फिर रामकथा का श्रीगणेश हुआ। जैसे-जैसे मोरारी बापू कथा सुनाते गए वैसे-वैसे भक्त मगन होते गए।
कथा शुरू होने से पूर्व काष्र्णि गुरु शरणानंद महाराज भी पधारे। उनकी और मोरारी बापू की नजरें मिलीं। दोनों ने बिना कुछ बोले एक-दूसरे को इशारों में हाथ जोड़कर अभिनंदन किया। कथा से पहले सुबह बापू ने कृष्ण जन्मभूमि में प्राचीन श्रीगर्भगृह मंदिर के भी दर्शन किए।