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पहले शिक्षक और फिर स्नातक का आएगा परिणाम

मंडी समिति में तीन दिसंबर को सुबह आठ बजे से शुरू होगी मतगणना 14-14 टेबल पर होगी मतगणना एक टेबल पर होंगे पांच कर्मचारी

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 05:10 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 05:10 AM (IST)
पहले शिक्षक और फिर स्नातक का आएगा परिणाम
पहले शिक्षक और फिर स्नातक का आएगा परिणाम

आगरा, जागरण संवाददाता । एमएलसी की दोनों सीटों की मतगणना तीन दिसंबर को सुबह आठ बजे से शुरू होगी। मंडी समिति, फीरोजाबाद रोड पर मतगणना के लिए 14-14 टेबल लगेंगी। एक टेबल पर पांच कर्मचारी होंगे। सबसे पहले शिक्षक और फिर स्नातक का परिणाम आएगा। हर टेबल की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। उप जिला निर्वाचन अधिकारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि स्नातक के वोटों की मिक्सिंग में सबसे अधिक समय दस घंटे का लगेगा, जबकि शिक्षक में पांच से सात घंटे लगेंगे। स्नातक में तीन शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं शिक्षक में दो शिफ्ट में ड्यूटी लगी है। मतगणना में कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन किया जाएगा। दो फीट की शारीरिक दूरी रहेगी और सभी कर्मचारी मास्क लगाकर रहेंगे। मंडी समिति में मोबाइल लेकर प्रवेश नहीं मिलेगा। मतगणना के लिए प्लेटफार्म को चौड़ा किया गया है और टीनशेड से कवर किया गया है। सिर्फ दो ही प्रवेश द्वार बनाए गए हैं।

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ये क्या हुआ, मेरा कोई वोट डाल गया

एमएलसी चुनाव की दोनों सीटों के लिए कई बूथों पर लोग परेशान रहे। दोपहर बाद मतदान के लिए पहुंचे कई मतदाताओं का वोट पहले ही पड़ गया। इससे उन्होंने नाराजगी जताई। कलक्ट्रेट में डीएम कोर्ट में बने बूथ पर पहुंचीं रानी देवी ने बताया कि तीसरे पहर तीन बजे उनके नाम से कोई अन्य वोट डाल कर चला गया। कुछ यही हाल एडीएम सिटी कोर्ट में भी हुआ। चंपण सिंह ने बताया कि उनके नाम से कोई अन्य मतदान करके चला गया। जीआइसी में मतदान के लिए पहुंचे सोमवीर सिंह ने बताया कि पहली बार मतदान से वंचित रहना पड़ा।

वोटर लिस्ट से नाम गायब, मायूसी लगी हाथ

वोटर लिस्ट में नाम न होने के चलते बड़ी संख्या में स्नातक और शिक्षक के मतदाता वोट नहीं डाल सके। जीआइसी स्थित बूथ पर पहुंचीं दीपा बघेल ने बताया कि वर्ष 2014 के चुनाव में लिस्ट में नाम था, लेकिन इस बार नाम गायब था। नाम न होने के चलते मतदान नहीं कर सकीं। वजीरपुरा स्थित प्राथमिक स्कूल में पहुंचीं श्रीदेवी ने बताया कि पति विमल व बेटा सूरज वोटर हैं। उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं था।

आधा दर्जन बूथों पर लगी रही लाइन

जिले के आधा दर्जन बूथों पर शाम पांच बजे लाइन लगी रही। इसमें शिक्षक के सबसे अधिक वोटर थे। पीठासीन अधिकारी ने इसकी जानकारी सेक्टर मजिस्ट्रेट को दी। हालांकि ऐसे वोटरों का नाम अंकित होने के कारण मतदान का मौका दिया गया। इसमें नगर निगम की सीमा से लगे हुए बूथ सबसे अधिक रहे। न किसी से खाना लिया और न पानी

मंडी समिति में मंगलवार रात स्नातक के 56 और शिक्षक के 28 बूथ के पीठासीन अधिकारियों की डायरी पढ़ी गई। दो पेज की डायरी में कई पीठासीन अधिकारियों ने लिखा था कि शाम छह बजे जब पोलिंग पार्टी बूथ पर पहुंची तो कई लोग खाना और पानी लेकर आ गए, लेकिन यह सब लेने से उन्होंने इन्कार कर दिया। एक पीठासीन अधिकारी ने लिखा कि मच्छरों ने रात भर सोने नहीं दिया। इसके चलते पंखा चलाना पड़ा, लेकिन देर रात लाइट चली गई।


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