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MGNREGA: फिरोजाबाद में 50 हजार श्रमिकों को मिलेगा रोजगार, कोरोना काल में संजीवनी बनी थी मनरेगा

MGNREGA Scheme कोरोना संक्रमण के दौर में प्रवासी मजदूर लौटकर अपने गांवों में पहुंचे थे। सरकार ने यहां रोजगार देने के लिए योजना चलाई थी ताकि फिर से पलायन न हो। अब पांच जून तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। हर रोज 50 हजार मजदूरों को मिलेगा काम।

By Abhishek SaxenaEdited By: Published: Thu, 26 May 2022 03:24 PM (IST)Updated: Thu, 26 May 2022 03:24 PM (IST)
MGNREGA: फिरोजाबाद में 50 हजार श्रमिकों को मिलेगा रोजगार, कोरोना काल में संजीवनी बनी थी मनरेगा
गांवों में रोजगार देने के चलेगा मिशन 50 हजार

आगरा, जागरण टीम। मनरेगा योजना से मजदूर वर्ग को गांवों में रोजगार देने के लिए विकास विभाग अब मिशन 50 हजार चलाएगा। इसके लिए खंड विकास अधिकारियों से रूपरेखा तैयार करा ली गई है। दस दिन में पांच लाख मानव दिवस सृजित किए जाएंगे। मनरेगा कार्यों में तेजी लाने और अधिक से अधिक मजदूरों को काम देने के लिए सीडीओ चर्चित गौड़ ने 27 मई से पांच जून तक विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।

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इसके अंतर्गत सभी ग्राम पंचायतों में सौ-सौ जाब कार्डधारक श्रमिकों के मस्टर रोल जारी किए जाएंगे। पांच पांच कार्यों की वर्क आइडी भी जारी हो गई है। अभियान में विशेष रूप से तालाबों, अमृत सरोवर योजना में चयनित तालाबों, खेत तालाब और मछली पालन के लिए तैयार होने वाले तालाबों की खोदाई, सफाई का काम किया जाएगा। काम के दौरान मजदूरों के लिए पेयजल, छाया और प्राथमिक चिकित्सा जैसी सुविधाएं उपलब्ध रखी जाएंगीं। डीएम, सीडीओ, डीडीओ, उपायुक्त श्रमरोजगार, डीपीआरओ और बीडीओ औचक निरीक्षण कर जायजा लेते रहेंगे।

कोरोना काल में संजीवनी बनी थी मनरेगा

कोरोना काल में भी मनरेगा योजना ने ग्रामीण इलाकों में मजदूरों को राेजगार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। दूसरे जिलों और प्रांतों से घर लौटे मजदूरों को गांव में काम दिया गया। लुप्त हो रही पांच मौसमी नदियों को इन मजदूरों के जरिए संजीवनी दी गई।

ब्लाकवार प्रतिदिन लगाए जाने वाले मजदूरों की संख्या

ब्लाक, मजदूर-अरांव, 4,787-एका, 5,053-फिरोजाबाद, 6,294-जसराना, 4,255-खैरगढ़, 6,294-मदनपुर, 6,206 -नारखी, 5,408-शिकोहाबाद, 6,649-टूंडला, 5,053

पांच जून को केवल महिलाएं करेंगी काम

पांच जून का विश्व पर्यावरण के मौके पर जिले की सभी ग्राम पंचायतों में केवल महिलाएं ही मनरेगा के काम करेंगी। इसके लिए पहले से स्थान और कार्य चयनित करने के निर्देश दिए हैं।

सभी बीडीओ को पहले ही पत्र जारी कर सभी तैयारियां करा ली गई हैं। दस दिन के अभियान में पांच लाख मानव दिवस सृजित करने का लक्ष्य है। इस अभियान में विशेष रूप से तालाबों पर काम चलाया जाएगा। -चर्चित गौड़, सीडीओ

102 करोड़ का बजट स्वीकृत है जिले में इस वित्तीय वर्ष में मनरेगा का-30 लाख मानव दिवस सृजित करने का लक्ष्य है वित्तीय वर्ष में-213 रुपये मजदूरी तय है एक दिन की-10.65 करोड़ रुपये की मजदूरी का भुगतान होगा इस अभियान में 


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