आंसुओं ने कुबूली 'आंखों' के इम्तहान में गुस्ताखी
हवालात में फूट-फूट कर रोते रहे नेत्र रोग विभाग के छात्र स्वजन से नहीं मिला पाए नजर अपने किए पर हो रहा था पछतावा
जागरण संवाददाता- यशपाल चौहान, आगरा: अजीब संयोग था। थाना न्यू आगरा की हवालात में बैठे दस युवा नेत्र रोग के कारण और निदान की शिक्षा ले रहे हैं। मंगलवार को 'आंखों' की इसी परीक्षा में वे नकल करते हुए पकडे़ गए थे। उनकी आंखों से झरते आंसू मानो अपनी गुस्ताखी को कुबूल कर रहे थे। स्वजन से तो वे नजरें भी नहीं मिला पा रहे थे। पश्चाताप से बड़ी कोई सजा नहीं होती और उन्हें अपने किए पर पछतावा था भी।
एत्मादपुर स्थित एफएच मेडिकल कालेज के दस परीक्षार्थी मंगलवार को विवि के खंदारी कैंपस में ब्लू टूथ उपकरण से नकल करते पकड़े गए थे। ये परीक्षार्थी एबीबीएस फाइनल प्रोफेशनल (पार्ट वन) नेत्र विज्ञान के छात्र हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद इन सभी को गिरफ्तार करते हुए थाना न्यू आगरा लाया गया था। कुछ घंटे बाद ही इनके स्वजन यहां पहुंचने लगे थे। स्वजन को देखते ही आरोपित फूट-फूट कर रोने लगे। कुछ स्वजन ने इन्हें डांटा भी। किसी ने अपनी उम्मीदों का वास्ता दिया तो किसी ने अपने हालात का। शर्मिदगी महसूस करते देख स्वजन फिर पसीज गए और सबक लेने की कहते रहे। ये युवा इतने व्यथित थे कि खाना भी नहीं खा रहे थे। स्वजन और पुलिस ने किसी तरह समझाकर इन्हें खाना खिलाया।
कोई किसान तो कोई ठेकेदार का बेटा राहुल बाबू: अशोक नगर, इटावा। एमबीबीएस तृतीय वर्ष। पिता ठेकेदार। वर्ष 2015 में नीट से प्रवेश लिया। एक-दो बार परीक्षा में बैक आई।
आरोप: नकल के लिए डिवाइस का प्रयोग किया। कुणाल शर्मा: फ्रीगंज, आगरा। चतुर्थ वर्ष। पिता दुकानदार। सप्लीमेंटरी एग्जाम दे रहे थे।
आरोप: डिवाइस मिली। हनी जैसवानी: गांव बुढ़ार, सहडौल(मप्र)। तृतीय वर्ष। पिता का राइस मिल और क्रेसर।
आरोप: मोबाइल फोन बरामद नदीम मलिक: सिसोना, हरिद्वार। तृतीय वर्ष। पिता ठेकेदार।
आरोप: डिवाइस मिली। राहुल यादव: गंगे गौरी अपार्टमेंट, कमला नगर आगरा। तृतीय वर्ष।
आरोप: मोबाइल फोन मिला। नावेद हसन: लक्ष्मी नगर, नई दिल्ली। तृतीय वर्ष। पिता व्यवसायी।
आरोप: डिवाइस मिली। अमित यादव: गणपति अपार्टमेंट, खंदारी, आगरा। तृतीय वर्ष। पिता व्यवसायी।
आरोप: डिवाइस मिली। मोहित यादव: पचगांव, मानेसर(हरियाणा)। पिता किसान।
आरोप: डिवाइस मिली।
दीपक: नरैनी, बांदा। तृतीय वर्ष।
आरोप: डिवाइस मिली। मोहित सैनी: गिरजापुरम, कोटा (राजस्थान)। तृतीय वर्ष।
आरोप: डिवाइस मिली।