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ंसंसाधन विहीन बाह सीएचसी पर महज तीन चिकित्सक

एक्सरे सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड की सुविधा भी नहीं मरीजों को किया जा रहा रेफर

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 06:10 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 06:10 AM (IST)
ंसंसाधन विहीन बाह सीएचसी पर महज तीन चिकित्सक
ंसंसाधन विहीन बाह सीएचसी पर महज तीन चिकित्सक

जागरण टीम, आगरा। एक ओर मुख्यमंत्री द्वारा विधायकों से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को गोद लेने की अपील और दूसरी ओर बाह में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए तरसता सीएचसी। अस्पताल में एक्सरे, सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड की जांच की सुविधा नहीं है। चिकित्सकों समेत स्टाफ की कमी मरीजों की परेशानी बढ़ा रही है। सीएचसी में 21 चिकित्सकों की मांग के अनुरूप महज तीन चिकित्सक ही तैनात हैं। इनमें दो फिजीशियन और एक दंत रोग चिकित्सक हैं।

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बाह सीएचसी को कोविड-19 का दर्जा मिला है लेकिन स्टाफ की कमी से यहां आने वाले मरीज मायूस होकर लौट जाते हैं। 30 बेड के अस्पताल में आक्सीजन तो है लेकिन एक भी मरीज भर्ती नहीं। कोविड मरीजों को आगरा या इटावा रेफर कर दिया जाता है। सबसे बुरा हाल डिलीवरी के लिए आने वाली महिला मरीजों का होता है। स्त्री रोग चिकित्सक नहीं होने के कारण प्राथमिक चिकित्सा के बाद उन्हें आगरा रेफर कर दिया जाता है। दूरी अधिक होने के कारण ग्रामीण इटावा चले जाते हैं। सीएचसी अधीक्षक डा. जितेंद्र वर्मा ने बताया कि स्टाफ की कमी के बावजूद सीएचसी पर आने वाले मरीजों का ख्याल रखा जा रहा है। ओपीडी में भी प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बाह क्षेत्र पर एक नजर

बाह और बटेश्वर सीएचसी

पीएचसी-होलीपुरा, बासौनी, बिचौला, खेड़ा देवीदास

जैतपुर सीएचसी

पीएचसी- चौरंगाहार, गढ़यिा प्रतापपुरा, नौगांव

पिनाहट सीएचसी

पीएचसी-जगतूपुरा, बसई अरेला। ये पद हैं सृजित

बाह सीएचसी पर हड्डी विशेषज्ञ, स्त्री रोग विषेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट, पैथोलाजिस्ट, नेत्र विशेषज्ञ, सर्जन, बाल रोग विशेषज्ञ आदि के पर सृजित हैं लेकिन डेंटल व फिजीशियन के अलावा अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है। एक्स रे मशीन शोपीस

बाह सीएचसी पर डिजिटल एक्सरे तो है लेकिन ये काम नहीं करती। इस कारण मरीज निजी पैथोलाजी लेब में जाकर जांच कराते हैं। पोस्टमार्टम गृह बंद

प्रदेश की एकमात्र बाह तहसील के अंतर्गत सीएचसी पर पोस्टमार्टम की सुविधा थी। हालांकि स्वीपर की कमी के कारण एक साल से इसके दरवाजे बंद हैं। अनदेखी के कारण इमारत भी जर्जर हो रही है। पिछले माह सांसद राजकुमार चाहर से दौरा कर सांसद निधि से कार्य कराकर इसे चालू करने का भरोसा दिया था। हालांकि अभी तक काम जमीन पर नहीं आया है। फार्मेसिस्ट चला रहा विधायक के पैतृक गांव की पीएचसी

क्षेत्रीय विधायक पक्षालिका सिंह व पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह के पैतृक गांव नौगांव में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी मरीजों को सुविधाएं नहीं मिल रहीं। इस केंद्र पर किसी डाक्टर की तैनाती ही नहीं है। यहां महज आयुष चिकित्सक की तैनाती है लेकिन वे पहुंचते नहीं। अकेले फार्मेसिस्ट ही मरीजों को दवाएं बांटकर लौटा देते हैं। अस्पताल में ज्यादातर समय ताला लटका रहता है।


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