जानिए आखिर क्यों मेयर बरसे टोरंट पर, बोले भ्रष्टाचारियों का अड्डा, लिखवा रही झूठे मुकदमे Agra News
पत्रकार से वार्ता में मेयर ने टोरंट पावर पर लगाए गंभीर आरोप। कहा कि टोरंट की लापरवाही से नगर निगम और जल संस्थान को हर माह लाखों रुपये का नुकसान हो रहा।
आगरा, जागरण संवाददाता। टोरंट कंपनी निरंकुश हो गई है। बारिश में रोक के बाद भी सड़कों की खोदाई की जा रही है। इससे जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कें धंस रही हैं। सदन के आदेशों का उल्लंघन किया जा रहा है।
नगर निगम में पत्रकारों से बातचीत में मेयर नवीन जैन ने कहा कि टोरंट कार्यालय भ्रष्टाचारियों का अड्डा बन चुके हैं। लोगों को परेशान करने के लिए झूठे मुकदमे लिखाए जा रहे हैं। फर्जी बिल बनाकर भेजे जा रहे हैं। शिकायत करने वालों को झूठा साबित किया जाता है। वहीं एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में पार्षद रवि माथुर ने कहा कि एचटी और एलटी लाइनों को डेढ़ फीट की गहराई पर डाला जा रहा है। घरेलू कनेक्शन की केबिल नौ से दस इंच पर बिछाई जा रही हैं। केबिल को नालों और सीवर लाइन से होकर गुजारा गया है। इससे कभी भी हादसा हो सकता है। बिना अनुमति के गली, सड़कें खोदी जा रही हैं। नूरी दरवाजा में नगर निगम प्रशासन ने तीन माह पूर्व पुलिया बनाई थी। जिसे टोरंट ने तोड़ दिया है। इसी तरह से पथवारी, चूने वाली गली सहित कई अन्य क्षेत्रों में सड़कों को खराब कर दिया गया है। टोरंट की लापरवाही से नगर निगम और जल संस्थान को हर माह लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जानी चाहिए। पार्षद राकेश जैन, राजकुमार खंडेलवाल ने बताया कि जिन स्ट्रीट लाइट को ओवर हेड केबिल से जोड़ा गया है, उसकी क्वालिटी खराब है। आए दिन लाइट खराब हो जाती हैं। ट्रांसफारमर, कार्यालय सहित अन्य नगर निगम की जमीन पर बनाए गए हैं। 28 करोड़ रुपये का किराया अभी तक टोरंट ने नहीं दिया है। पार्षद प्रकाश केसवानी, अनुराग चतुर्वेदी ने बताया कि टोरंट स्मार्ट सिटी की राह में अड़चन पैदा कर रही है। इसे लेकर शासन को पत्र लिखा गया है। स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत नगर निगम से कराने की मांग की गई है। इस दौरान पार्षद प्रवीन पटेल भी मौजूद रहे।