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Mass Suicide In Agra: 14 साल पहले की लव मैरिज का दर्दनाक अंत, जिंदगी से हार मान उठाया आत्मघाती कदम

Mass Suicide In Agra सामूहिक आत्महत्या के बाद स्वजनों का बुरा हाल है किसी ने सोचा नहीं था कि बेटा-बहू और मासूम बेटी के साथ ऐसी घटना घटित हो जाएगी। सामूहिक आत्महत्या कब की गई ये अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।

By Abhishek SaxenaEdited By: Published: Wed, 06 Jul 2022 05:24 PM (IST)Updated: Wed, 06 Jul 2022 06:41 PM (IST)
Mass Suicide In Agra: 14 साल पहले की लव मैरिज का दर्दनाक अंत, जिंदगी से हार मान उठाया आत्मघाती कदम
Mass Suicide In Agra: परिवार के तीन सदस्यों की मौत से कोहराम मचा है।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा के सिकंदरा आवास विकास कालोनी सेक्टर दस में बुधवार की सुबह दिल दहला देने वाली घटना हुई। कमरे में सोनू शर्मा (35) उनकी पत्नी गीता देवी (32) और नौ वर्षीय बेटी सृष्टि के शव फंदे पर लटके मिले। सामूहिक खुदकुशी का कारण बेरोजगारी एवं आर्थिक तंगी बताया गया है।

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सोनू पर साया होने से सहमा रहता था परिवार का हर शख्स

मां कांता देवी ने बताया कि हरिद्वार से लौटने के बाद से सोनू कहने लगा था कि उस पर किसी का साया आ गया है। वह उसे परिवार के लोगों से दूर रहने की कहता है। जिसके चलते बेटा भी परिवार के लोगों से दूरी बनाकर रहता था। बेटे पर ऊपरी साया हटाने के लिए वह उसे आगरा और मथुरा के कई तांत्रिकों के पास झाड़-फूंक को लेकर गए।

वह तांत्रिकों को सामने ही गली-गलौज और धमकी देने लगता। तांत्रिकों का कहना था कि सोनू पर किसी बलशाली का साया है, जो उनके वश में भी नहीं आ रहा है। मां ने बताया कि उसे मनोचिकित्सक को भी दिखाया। उन्होंने उसे दवाएं दीं, जिनसे कोई फायदा नहीं हुआ। जिसके बाद उन्होंने साेनू को तांत्रिकों और डाक्टरों के पास ले जाना छोड़ दिया था।

कमरे से 15 दिन से बाहर नहीं आए थे गीता और सोनू

सोनू अक्सर परिवार के लोगों से यह कहता था। सोनू और गीता द्वारा सामूहिक खुदकुशी की तैयारी दो सप्ताह पहले से ही तो नहीं शुरू कर दी गई थी। यह सवाल इसलिए उठा है कि दोनों 15 दिन से अपने कमरे से नीचे नहीं आ रहे थे। गीता ने सास और ननद को कहलवा दिया था कि गिरने के चलते उसकी कमर में चोट लग गई है। जिसके चलते वह सीढ़ियां नहीं उतर सकती। दंपती के बेटे-बेटी ही नीचे आते थे।

ननद और सास उनके लिए खाना बनाकर भेज देते थे। एक सप्ताह से गीता भी थोड़ा बहुत काम करने लगी थी। जिससे आशंका है कि सोनू और गीता दाेनों बच्चों के साथ सामूहिक खुदकुशी की तैयारी कर रहे थे। सोनू बेटी को बेहद प्यार करता था। इस दौरान बेटी को खुदकुशी के लिए उन्होंने तैयार कर लिया, लेकिन बेटे को नहीं मना सके। आशंका है कि दंपती ने पहले बेटी को फंदे पर लटकाया, जिसके बाद खुद बारी-बारी से लटक गए।

सृष्टि को देख बिलख उठे स्वजन

नौ साल की सृष्टि परिवार में सबकी चहेती थी। दादी के लिए सुबह उठकर दूध वही लेकर आती थी। चाची का हर काम भी वही करती थी। बुधवार उसका शव फंदे से उतारते ही परिवार के लोग उससे लिपटकर रोने लगे।

सामूहिक खुदकुशी की घटना के समय को लेकर असमंजस

दंपती का दस वर्षीय पुत्र सहमा हुआ है। कमरे में टीवी चलता हुआ मिला। परिवार ने रात 11 बजे खाना खाया था। श्याम ने बताया कि पापा ने खाना नहीं खाया था। वह सुबह उठकर बुआ के पास चला गया था। दंपती ने खुदकुशी सुबह की या आधी रात को किसी समय। इसे लेकर असमंजस बना हुआ है। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। जिससे कि खुदकुशी के समय का पता चल सके।

14 साल पहले किया था प्रेम विवाह

स्वजन ने पुलिस को बताया कि गीता मूलरूप से हरदोई की रहने वाली थी। परिवार के साथ आवास विकास कालोनी सेक्टर 12 में रहती थी। सोनू मदिया कटरा के पास एक जूता कारखाने में काम करने जाता था। करीब 15 साल पहले उसकी गीता से मुलाकात हुई। दोनों में प्यार हो गया, उन्होंने 14 साल पहले प्रेम विवाह कर लिया। जिसके बाद वह गीता को अपने साथ लेकर हरिद्वार चला गया। करीब पांच साल तक वहां रहा, दोनों बच्चे भी वहीं रहे थे।

हादसे के बाद आठ साल पहले आगरा लौटा था साेनू

मां कांता देवी ने बताा कि सोनू हरिद्वार में एक आक्सीजन सिलेंडर बनाने वाली फैक्ट्री में काम करता था। वहां पर करीब आठ साल पहले एक हादसे में उसके कंधे की हड्डी टूट गई। जिसके बाद वह परिवार समेत आगरा आ गया। खंदारी क्षेत्र में किराए पर कमरा लेकर रहने लगा। बेटे के परिवार का खर्चा वही उठा रही थीं। चार साल पहले उसके लिए अपने मकान की दूसरी मंजिल पर कमरा बनवा दिया। बेटे-बहू को यहीं पर बुला लिया था।

मिनट दर मिनट

7 बजे सुबह: श्याम कमरे से निकलकर बुआ बीनू के घर गया। बुआ ने आटा लेकर आने को कहा।

7:20 बजे: श्याम दादी कांता देवी के पास आया। कांता देवी के कहने पर ऊपर जाने से मना कर दिया।

7:25 बजे: श्याम ने दादी को बताया कि सभी फंदे पर लटके हैं, इसलिए वह ऊपर नहीं जा रहा

7:26 बजे: सोनू का छोटा भाई देवेश और परिवार के लोग कमरे में पहुंचे।

7:30 बजे: परिवार के लोगों ने फंदा काटकर तीनों शवों को नीचे उतारा। तीनों की मौत हो चुकी थी।

7:45 बजे: देवेश ने जीजा विजय को और गली वालों को इसकी जानकारी मिली।

8:10 बजे: परिवार के लोगों ने पुलिस को सूचना दी।

8.20 बजे: सिकंदरा पुलिस मौके पर पहुंची।

9:10 बजे: एसपी सिटी विकास कुमार मौके पर पहुंचे।

10:10 बजे: एसएसपी प्रभाकर चौधरी मौके पर पहुंचे।

10:45 बजे: आइजी रेंज नचिकेता झा पहुंचे।

11.00 बजे: एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने सुसाइड नोट की जानकारी दी।

दंपतियों के खुदकुशी की प्रमुख घटनाएं

3 दिसंबर 2021: जगदीशपुरा के मारूति एस्टेट निवासी योगेश मिश्रा का बैटरी का काम करते थे। उन्होंने अपने सिकंदरा-पश्चिमपुरी मार्ग स्थित कार्यालय पर पत्नी प्रतीचि और पांच वर्षीय बेटी काव्या समेत खुदकुशी कर ली।

16 सितंबर 2021: शमसाबाद थाना क्षेत्र के गांव मेहरामपुर में नवदंपती मार्बल कारीगर सचिन उसक पत्नी क्रांति ने एक ही फंदे से लटक कर अपनी जान दे दी।

5 जुलाई 2021: जगदीशपुरा के बोदला स्थित राहुल नगर में आकाश सिंह ने पत्नी आरती सिंह के साथ खुदकुशी कर ली। आकाश ने फंदे पर लटक कर जान दी तो पत्नी ने हाथ की नस काट ली थी।  

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