आगरा में नम आंखाें से अंतिम सलामी, पृथ्वी हुए पंचतत्व में विलीन
ताजगंज मोक्षधाम में हुइ शहीद की अंतिम क्रिया। वायु सेना के अधिकारियों ने दी सलामी। केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल भी रहे मौजूद। पत्नी और बेटी भी रहीं अंतिम यात्रा में साथ। सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब।
आगरा, जागरण संवाददाता। आज आगरा कुछ अलग रंग में रंगा था। ये रंग था देशभक्ति का। ये रंग था देश के वीर सिपाही को आखिरी सलामी देने के गौरव का। गर्व की ये अनुभूति उस पिता की आंखाें में भी थी जिसने अपने सपूत को खोया। उस मां का आंचल भी गर्व के आंसुओं से भीगा था जिसने अपने दूध से अपने जिगर के टुकड़े काे सींचा था। बहन की रखियां अपने रक्षक भाइ की शांत देह को निहार रहीं थीं तो वीरनारी पत्नी अपने वीर पति के साथ उसके आखिरी सफर पर चलने के लिए आतुर हो रही थी। मासूम बेटे और बेटी को तो कुछ पता ही नहीं था। अंतिम संस्कार क्या होता है, मुखाग्नि कि क्रिया क्या होती है वो ये समझ ही नहीं पा रहा था।
ताजगंज मोक्षधाम में पिता की चिता को मुखाग्नि देता मासूम बेटा।
शनिवार दोपहर को शहीद विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान की अंत्येष्टि क्रिया हुइ। बेटे ने अपने पिता को मुखाग्नि तो दी लेकिन उसके मन में न जाने कितने ही सवालों का सैलाब उमड़ रहा था। वो सोच में था कि पापा आखिर बोल क्यों नहीं रहे। इतनी भीड़ का क्या मतलब है।
आगरा में एयरफोर्स स्टेशन पर शहीद विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान की पार्थिव देह के साथ उनकी पत्नी और बेटा− बेटी।
तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हुए हैलीकॉप्टर क्रेश हादसे में शहीद हुए विंग कामंडर पृथ्वी सिंह चौहान का शनिवार दोपहर अंतिम संस्कार किया गया। बेटे ने चिता का मुखाग्नि दी। इससे पहले न्यू आगरा के सरन नगर से विंग कमांडर के निवास से जाबांज अफसर की अंतिम यात्रा जब निकली तो जैसे पूरा शहर उमड़ पड़ा हो। सेना के अधिकारियों ने तिरंगे में लिपटे अपने साथी को कांधा दिया।