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Suicide Case: मैरिज होम संचालक की खुदकुशी का नहीं हो सका राजफाश

Suicide Caseजगदीशपुरा के अवधपुरी में 30 सितंबर को मैरिज होम में फंदे से लटका मिला था शव। खुदकुशी करने की जानकारी फेसबुक पर की थी पोस्ट। फेसबुक यूजर्स द्वारा दिल्ली पुलिस को सूचना देेने पर उसने स्थानीय पुलिस को जानकारी दी गयी थी।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 12:24 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 12:24 PM (IST)
Suicide Case: मैरिज होम संचालक की खुदकुशी का नहीं हो सका राजफाश
जगदीशपुरा के अवधपुरी में 30 सितंबर को मैरिज होम में फंदे से लटका मिला था शव।

आगरा, जागरण संवाददाता। जगदीश पुरा के अवधपुरी में चार सप्ताह पहले मैरिज होम संचालक की खुदकुशी करने का राजफाश नहीं हो सका है। उसने फेसबुक पर खुदकुशी करने की जानकारी पोस्ट करके अपने गले पर फंदा कस लिया। फेसबुक यूजर्स द्वारा दिल्ली पुलिस को सूचना देेने पर उसने स्थानीय पुलिस को जानकारी दी गयी थी।

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जगदीशपुरा के अवधपुरी निवासी शैलेंद्र चौधरी (35 वर्ष) पुत्र मान सिंह का अलबतिया रोड पर श्री गोपाल जी फार्म के नाम से मैरिज होम है। वह 29 सितंबर की रात को आठ बजे खाना खाकर रोज की तरह टहलने निकले थे । दो घंटे बाद नहीं लौटे तो पत्नी ने मोबाइल पर संपर्क किया। फाेन नहीं उठा तो स्वजन को लगा कि फार्म हाउस पर किसी काम से रुक गए होंगे। रात 11:30 बजे पीआरवी 112 पिता मान सिंह के घर पहुंची थी। उनसे शैलेंद्र के बारे में पूछा तो वह पुलिस को लेकर उसकी कोठी पर पहुंचे। वहां पूजा ने बताया कि पति घर नहीं लौटे हैं। इस पर वह पुलिस को लेकर फार्म हाउस पर गए । वहां कमरे में शैलेंद्र का शव पंखे पर रस्सी से लटका मिला।

पुलिस को 29 की रात 11 बजे दिल्ली पुृलिस को किसी फेसबुक यूजर्स ने शैलेंद्र चौधरी द्वारा फेसबुक पर अपनी खुदकुशी के बारे में की गयी पोस्ट के बारे में सूचना दी थी। दिल्ली पुलिस ने अागरा पुलिस को जानकारी दी । पुलिस मौके पर गयी, तब तक वह खुदकुशी कर चुके थे।

स्वजन के लिए गुत्थी बनी हुई है शैलेंद्र की खुदकुशी

शैलेंद्र का अचानक खुदकुशी करना स्वजन के लिए अभी तक गुत्थी बना हुआ है । वह यह नहीं समझ पा रहे हैं कि हंसते हुए घर से टहलने निकले शैलेंद्र ने इतना बड़ा कदम कैसे उठा लिया था । वह तीन भाइयों में सबसे छोटे थे । बड़े भाई राजपाल के साथ मिलकर फार्म हाउस का काम देखते थे । मंझला भाई सुरेंद्र शिक्षक हैं । तीनों भाई की अलग-अलग कोठी हैं । अपने परिवार के साथ रहते हैं । माता-पिता अगल मकान में रहते हैं । परिवार में किसी तरह का विवाद नहीं था । आर्थिक रूप से भी कोई दिक्कत नहीं है । स्वजन का मानना है कि खुदकुशी का राज शैलेंद्र के मोबाइल में छिपा है । पुलिस यदि इसकी गहनता से जांच करे तो शैलेंद्र की खुदकुशी का राजफाश हाे सकता है । 


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