आगरा में अदालत के बाहर किया पत्नी से समझौता, घर आते ही दे दिया तलाक
युवती के मुताबिक, निकाह के कुछ साल बाद शौहर दहेज में 50 हजार रुपये और बाइक मांगने लगा।
आगरा (जागरण संवाददाता)। दहेज प्रताड़ना के बाद अदालत की शरण लेने वाली बीवी अपने शौहर की बातों में फंस गई। मुकदमा वापस लेते ही शौहर ने गिरगिट की तरह रंग बदला। उसे तलाक देकर बेघर कर दिया। शौहर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पीड़ित गुरुवार को एसएसपी के यहां पहुंच गई।
जैतपुर कलां थाना क्षेत्र निवासी युवती का निकाह आठ साल पहले ताजगंज के युवक से हुआ था। युवती के मुताबिक, निकाह के कुछ साल बाद शौहर दहेज में 50 हजार रुपये और बाइक मांगने लगा। उसने परिवार की आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए ये मांग पूरी करने में असमर्थता जता दी। इस पर उसके साथ मारपीट होने लगी। मानसिक उत्पीड़न शुरू कर दिया। युवती ने एक साल पहले अपने शौहर के खिलाफ फतेहाबाद न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में वाद दायर कर दिया।
गुरुवार को एसएसपी कार्यालय शिकायत करने आई युवती ने बताया कि शौहर ने अपने कृत्य पर पछतावा जताया। उसकी बातों में आकर इसी वर्ष आठ जनवरी को मुकदमा वापस ले लिया। युवती का कहना था कि घर ले जाने के कुछ दिनों बाद शौहर उसका उत्पीड़न करने लगा। इसका विरोध किया तो उसका कहना था कि समझौते में दहेज न मांगने की बात थी, जो वह नहीं मांग रहा है। युवती का आरोप है कि शौहर एक साजिश के तहत उसका उत्पीड़न कर रहा था। वह उसे परेशान करके घर से निकालना चाहता था।
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11 अप्रैल को पीहर वाले समझाने आए, तो उनके साथ मारपीट पर आमादा हो गया। परिजनों के सामने ही उसे तीन तलाक बोलने के बाद धक्के देकर घर से निकाल दिया। युवती ने बताया कि वह शौहर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने ताजगंज और महिला थाने गई। लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। एसएसपी कार्यालय से ताजगंज थाने को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
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