Dhoni we miss you: ताजनगरी में ही महेंद्र सिंह धौनी को मिला था पैराट्रूपर तमगा
आगरा एयरफोर्स स्टेशन के मलपुरा जंपिंग ग्राउंड पर लगाई थी धौनी ने 12 हजार फीट से छलांग। ट्रेनिंग के दौरान एयरफोर्स स्टेशन पर ही रहे थे धौनी।
आगरा, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का ताज नगरी से पुराना नाता रहा है। वर्ष 2015 में महेंद्र सिंह धौनी को आगरा में ही पैराट्रूपर का तमगा मिला था। यह तमगा पांच जंप के बाद इंडियन एयरफोर्स आगरा स्टेशन में आयोजित कार्यक्रम में दिया गया था। दरअसल महेंद्र सिंह भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं, इससे पूर्व तेज गेंदबाज कपिल देव को यह मानद उपाधि मिली थी। महेंद्र सिंह पहले भारतीय कप्तान थे, जिन्होंने पैराट्रूपर का तमगा हासिल किया।
भारतीय क्रिकेट टीम के सफलतम कप्तान रहे महेंद्र सिंह धौनी पांच अगस्त वर्ष 2015 में आगरा पहुंचे थे। छह अगस्त को पैरा ब्रिगेड मेडिकल हुआ, जिसमें फिट रहने के बाद उनकी आगे की ट्रेनिंग शुरू हो गई। वह यहाँ 15 दिनों तक रहे। इस दौरान उन्होंने एयर फोर्स स्टेशन स्थित पैराट्रूपर ट्रेनिंग स्कूल में पैरा जंपिंग की ट्रेनिंग ली। 19 अगस्त 2015 को महेंद्र सिंह ने an-32 विमान से मलपुरा ड्रॉपिंग जोन में 12 हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई थी। महेंद्र 55 सेकंड में जमीन पर सकुशल आ गए थे। फिर उन्होंने दूसरी, तीसरी चौथी और रात को पांचवी छलांग पूरी की। येे सभी छलांग an-32 विमान से लगाई गई थीं। महेंद्र सिंह जंप के दौरान बिल्कुल भी नहीं डरे। उनका आत्मविश्वास देखने लायक था। विमान में बैठने के दौरान उन्होंने अपने साथियों के साथ सेल्फी भी खिंचवाई थी। महेंद्र सिंह ने कैनोपी स्टैटिक लाइन पैराशूट से ये छलांग लगाई थींं। कुल पांच जंप में से तीन दिन और दो शाम को लगाई गई थींं।
19 अगस्त 2015 को सुबह 7.12 बजे एएन 32 विमान से 1250 फीट की ऊंचाई से पैरा जंप लगाते हुए महेंद्र सिंह धौनी।
1250 फीट की ऊंचाई से लगाई थी जंप
इंडियन टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र सिंह धौनी ने अपनी ट्रेनिंग के दौरान आगरा में 1250 फीट की ऊंचाई से दो छलांग लगाई थींं। आज ही तीसरी जंप भी होनी थी, लेकिन हवा तेज होने के कारण इसको टाल दिया गया। आगरा के मलपुरा ड्रॉपिंग जोन में एमएस धौनी ने पैराजंपिंग के दौरान 1250 फीट की ऊंचाई से धरती पर 55 सेकेंड में कदम रखा। भारतीय एकदिनी क्रिकेट टीम के कप्तान ने एएन-32 विमान से फिर पैराशूट पहनकर छलांग लगाई। कैप्टन कूल महेद्र सिंह धौनी ने अपनी दूसरी पैरा जंप किसी माहिर की तरह पूरी की।
सादगी और शालीन रहे धौनी हमेशा
आज भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। क्रिकेट में आपकी सादगी और शालीनता के सहारे उन्होंने भारतीय क्रिकेट को आपने शानदार और जानदार प्रदर्शन और कुशल नेतृत्व से जो ऊंचाइयां दी है, उसके लिए सदैव धौनी को याद किया जायेगा। वहीं सुरेश रैना को भी उनके शानदार खेल के लिए याद किया जायेगा। दोनों ही खिलाड़ियों के संन्यास लेने से युवा खिलाड़ियों को अवसर मिलेगा। यह पहला ऐसा मौका है, जब देश के दो बड़े खिलाड़ियों ने एक साथ एक ही दिन संन्यास लिया है।
नरेंद्र शर्मा, कमेंटेटर
धौनी का हर फैसला हैरान करने वाला रहा
रैना शुरूआत से ही शानदार क्रिकेटर रहे हैं। इंडियन टीम में आने से पहले 2003 में लखनऊ में हुए सहारा टूर्नामेंट में उनके साथ खेलने को मिला था। हम दोनों अलग अलग टीमों में थे। अपने मैच में उन्होंने 60 रन की लाजवाब पारी खेली थी। मेरे हिसाब से अभी उनमें 4-5 साल का क्रिकेट और बाकी था, इसलिए भी उनके निर्णय से थोड़ा हैरान हूं, लेकिन शायद इंजरी को देखते हुए उनके निर्णय का सभी को आदर करना चाहिए।
वहीं धौनी की क्या बात की जाए, वह खुद एक डीप थिंकर हैं, हालांकि वह इस बारे में लंबे समय से सोच रहे थे लेकिन ये निर्णय क्रिकेटर को लेना ही पड़ता है कि वह पीक पर होते हुए क्रिकेट को अलविदा कहें। उनसे युवा क्रिकेटर बहुत कुछ सीखते हैं। वह एक मात्र कप्तान हैं जिसने आईसीसी के तीनों बड़े खिताब जीतने की उपलब्धि पाई हो। यही धौनी की खासियत भी है कि उनका हर फैसला हैरान करने वाला ही होता है।
सर्वेश भटनागर, पूर्व रणजी खिलाड़ी