झांकियों में सजा धर्म, शौर्य और वीरता का इतिहास
एत्मादपुर में धूमधाम से निकाली गई महाराणा प्रताप की जयंती शोभायात्रा घोड़ों व ऊंटों पर सवार होकर चले अतिथियों का जगह-जगह स्वागत
जागरण टीम, आगरा। भव्यता और दिव्यता से परिपूर्ण मनोहारी झांकियों में धर्म की पवित्रता और महापुरुषों की शौर्यगाथा संग वीरता का इतिहास सजा था। बैंड-बाजे की मधुर ध्वनि माहौल को भक्तिमय बना रही थी। केसरिया साफे बांधे अतिथि और आयोजक घोड़ों व ऊंटों पर सवार होकर निकले तो राहें भी दर्शकों से गुलजार हो गईं। रविवार रात नगर में निकाली गई वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती शोभायात्रा का नजारा मोहक था।
शोभायात्रा का शुभारंभ विनायक मैरिजहोम पर विधायक डा. धर्मपाल सिंह ने महाराणा प्रताप की झांकी की आरती उतारकर किया। शोभायात्रा मुहल्ला फाटकान, तकिया चौराहा, मातेश्वरी अहिल्याबाई चौक, पुराना बस स्टैंड, बरहन तिराहा से होती हुई ममता गर्ल्स इंटर कालेज पर पहुंचकर समाप्त हुई। सबसे आगे बैंड बांजों की मधुर भक्तिमय धुन पर युवाओं की टोली नृत्य कर रही थी। पीछे विघ्न विनाशक भगवान गणेशजी, भारत माता, पृथ्वीराज चौहान, वीर शिवाजी महाराज, श्रीराम मंदिर की झांकियां थीं। अंत में महाराणा प्रताप की मुख्य झांकी थी। मार्ग में बसपा नेता सुरेश कुशवाह ने सभी का भव्य स्वागत किया। इससे पूर्व विनायक मैरिजहोम में आयोजित स्वागत सम्मान और विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने सामाजिक एकता के साथ सामाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाने का आह्वान किया। गोष्ठी का शुभारंभ क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद हरिवंश सिंह और पूर्व विधायक राम प्रताप सिंह चौहान ने दीप प्रज्वलित कर किया। संचालन श्याम सोलंकी ने किया। इस मौके पर एसके सिंह, क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष भंवर सिंह, शिक्षाविद केपी सिंह, रामनाथ सिकरवार, अभयनाथ सिंह, योगेंद्र सिंह धाकरे, केपी सिंह सिकरवार, विश्वदीप सिंह, सभासद माधवेंद्र सिंह मौजूद रहे। बाह और खंदौली में निकाली भव्य कलश यात्रा
जागरण टीम, आगरा। ग्रामीण अंचल में भागवत कथा से पूर्व कलश यात्रा निकाली गई। इसका नगर में कई जगह स्वागत किया गया।
बाह: मई गांव में भव्य कलश यात्रा ने पूरे गांव का भ्रमण किया। कथा वाचक सुखवीर शास्त्री ने भक्ति, ज्ञान, वैराग्य के महत्व का वर्णन किया। प्रवचन में कथावाचक ने कहा कि सत्कर्म करने से हमारे पूर्वजों को भी शांति मिलती है। आयोजन के परीक्षित फूला देवी तेजवीर सिह और सोना देवी जसराम हैं।
खंदौली: पैतखेड़ा में 51 कलशों की यात्रा बैंडबाजों के साथ निकाली गई। भक्तों ने पुष्प वर्षा कर कलश यात्रा का स्वागत किया। भागवताचार्य राष्ट्रीय संत कृष्ण बाल योगी ब्रह्मानंद जी महाराज की बग्घी ने पूरे गांव का भ्रमण किया। उन्होंने भागवत कथा का महत्व बताया। कहा कि कथा के श्रवण से मोक्ष की प्रापित होती है। सभी काम छोड़कर भागवत सुनने आएं, इससे सारे क्लेश मिट जाएंगे। भागवत कथा 22 मई तक चलेगी।