स्कूल में फायरिंग मामले में भाकियू दे रही थाने के सामने धरना, अधिकारी कर रहे वार्ता का प्रयास Agra News
नारखी के रजावली में शनिवार को आनंद पब्लिक स्कूल पर एक दर्जन युवकों ने की थी फायरिंग।
आगरा, जेएनएन। दबंगों की खुली गुंडई के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के महापंचायत बुलाने केे एलान के कुछ ही समय बाद नारखी थाने के सामने धरना शुरु हो गया है। अधिकारियों को जानकारी जैसे ही हुई आनन फानन में मौके पर पहुंच गए। फिलहाल एसएसपी वार्ता के माध्यम से समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
रविवार दोपहर अध्यक्ष भानु प्रताप ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड की आकस्मिक महापंचायक का एलान किया था। अध्यक्ष ने वादी पक्ष पर स्कूल कब्जाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने वीडियो के माध्यम से कहा कि अन्याय किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंनेे नारखी और रजावली पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस दस साल से स्कूल पर अवैध कब्जा करने वालों का साथ दे रही है। और भाकियू पर आरोप लगाया जा रहा है। नारखी थाने पर आकस्मिक राष्ट्रीय महापंचायत करनेे का एलान किया। इसके बाद शाम चार बजे करीब नारखी थाने के सामने धरने के लिए भाकियू के सदस्य पहुंच गए।
मामले के अनुसार शनिवार को फीरोजाबाद के नारखी में रजावली चौराहा स्थित आनंद पब्लिक स्कूल पर वाहनों में भरकर आए करीब एक दर्जन युवकों ने हमला कर दिया था। स्कूल में तोड़फोड़ के साथ पांच राउंड फायर किए। अचानक हुए हमले से स्टाफ और विद्यार्थी सहम गए। भीड़ जुट आने से हमलावर दो रिवाल्वर और बंदूक छोड़कर भाग निकले। वारदात शनिवार दोपहर करीब की है। स्कूल संचालक जबर सिंह ने बताया कि उनके पुत्र अनुज प्रताप सिंह कार्यालय में बैठे थे। हमलावरों ने उनसे मारपीट करने के साथ ही आलमारी और फर्नीचर में तोड़फोड़ की। स्कूल में बैठे उनके भतीजे धीरेंद्र पाल सिंह पर जान से मारने की नीयत से फायर किए। हमले में ये दोनों लोग घायल हो गए। फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। इसके बाद हमलावर भाग गए। इंस्पेक्टर नारखी ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि दो रिवाल्वर और एक दोनाली बंदूक मौके से मिली है। भानु प्रताप सिंह, राम प्रताप टिकैत, हर्ष बृजवासी निवासी नगला सुखदेव, सकरौली एटा तथा गौरव प्रताप निवासी नारखी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
ये था मामला
शुक्रवार रात लगभग साढ़े आठ बजे गांव सराय निवासी एक व्यक्ति से शराब के नशे में धुत कुछ युवकों का रजावली चौराहे पर मारपीट हो गई थी। आसपास के लोगों ने मामला रफा-दफा करा दिया। उन्हें इस घटना के पीछे स्कूल संचालक का हाथ होने की आशंका थी। हमला इसी कारण होना बताया गया है।
बच्चों में चीख-पुकार, दौड़े अभिभावक
स्कूल में आधा घंटे तक हंगामा हुआ। इस दौरान शिक्षक-शिक्षिकाएं कक्षाओं में ही भयभीत बैठी रहीं। एक-दो कक्षाओं को छोड़कर बाकी के दरवाजे बंद कर लिए गए। मामले की जानकारी पाकर तमाम अभिभावक स्कूल पहुंच गए।