सरहदों को तोड़ बांधी दिल से परिणय की डोर, पढ़े योग गुरुओं की प्रेम कहानी
सोमवार को कलक्ट्रेट में दोनों ने की कोर्ट मैरिज। बेंगलुरू में योग सिखाते-सिखाते दोनों में हुआ प्यार।
आगरा, जागरण संवाददाता। प्यार मजहब और सरहद की दीवारों में नहीं बंधा होता। उसमें सभी दीवारें टूट जाती हैं। ताजनगरी तो वैसे भी मोहब्बत की नगरी है। यहां के विनीत पर कनाडा की जैकलीन का दिल आ गया। कलक्ट्रेट में सोमवार को दोनों ने रजिस्टर्ड मैरिज कर ली।
सोमवार को कलक्ट्रेट स्थित जिला विवाह अधिकारी के कार्यालय में विदेशी युवती और भारतीय युवक की शादी चर्चा में रही। दयालबाग निवासी विनीत वासंदानी और कनाडा निवासी जैकलीन ने रजिस्टर्ड मैरिज के बाद एक-दूसरे को माला पहनाई। कलक्ट्रेट में दोनों के साथ सेल्फी लेने की होड़ रही। विनीत ने बताया कि वेे दोनों योग टीचर हैं। बेंगलुरू स्थित श्रीश्री रविशंकर के आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर में दोनों की मुलाकात जनवरी 2018 में हुई थी। दोनों के कुछ कॉमन दोस्त थे। एक-दूसरे को समझने के बाद हमें लगा कि अब शादी कर लेनी चाहिए। अगस्त में जैकलीन के परिजनों से मुलाकात के लिए विनीत कनाडा गया। विनीत ने बताया कि हमारा स्प्रिचुअल पाथ, आदतें और पेशा समान था, इसीलिए हमें अधिक नहीं सोचना पड़ा। वहीं, जैकलीन का कहना है कि उन्हें भारत, भारतीय संस्कृति और भारतीय लोग बहुत पसंद हैं। इसीलिए वो भारत आई थीं। उन्हें मोहब्बत भी भारतीय से हुई। दोनों मार्च में हिंदू रीति-रिवाजों से विवाह करेंगे।
सीखा खाना बनाना
जैकलीन ने विनीत के लिए भारतीय खाना बनाना सीखा है। वो रोटी, दाल, चावल, सब्जी अच्छी तरह बना लेती हैं।
कलक्ट्रेट में गाया हिंदी गाना
जैकलीन थोड़ी-बहुत हिंदी बोल लेती हैं। उन्होंने कलक्ट्रेट में विनीत के साथ हिंदी गाना लकड़ी की काठी, काठी का घोड़ा... सुर से सुर मिलाते हुए गाया।