लव जिहाद: तीन बच्चों के बाप ने बीकाम की छात्रा का मतांतरण करवा किया निकाह, चार साल पहले की थी दोस्ती
Love Jihad एक व्यक्ति 25 अप्रैल को युवती को ले गया था पांच दिन बाद छात्रा को पुलिस ने बरामद कर लिया लेकिन आरोपित फरार था। पुलिस ने आरोपित को पकड़ा तब पूरा मामला मतांतरण का निकल आया। आरोपित को जेल भेज दिया गया है।
आगरा, जागरण टीम। फिरोजाबाद शहर के उत्तर थाना क्षेत्र में लव जिहाद का मामला सामने आया है। तीन बच्चों के बाप ने 19 वर्षीय छात्रा को अपने जाल में फंसाया और उसका मतांतरण कर उससे निकाह रचा लिया। फरार चल रहे आरोपित को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। छात्रा का परिवार ढाई साल से लखीमपुर खीरी में रहता है।
बीकाम कर रही है छात्रा
रसूलपुर थाना क्षेत्र के एक मुहल्ले की निवासी बीकाम द्वितीय वर्ष की छात्रा 25 अप्रैल को लखीमपुर खीरी से अपने भाई के साथ दाऊदयाल डिग्री कालेज में परीक्षा देने आई थी। इसके बाद वह घर नहीं लौटी। छात्रा को ढूंढने के दौरान पता चला कि रामगढ़ क्षेत्र के मुहल्ला आकाशवाणी रोड निवासी 30 वर्षीय तीन बच्चों का पिता आरिफ पुत्र हनीफ छात्रा को अपने साथ कर ले गया है।
छात्रा के स्वजन ने आरोपित के खिलाफ उत्तर थाने में अगवा करने का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस और छात्रा के स्वजन उसकी तलाश कर रहे थे। 30 अप्रैल को पुलिस ने छात्रा को बरामद कर लिया था। आरोपित की तलाश की जा रही थी। उत्तर थाने की पुलिस ने आरोपित को शुक्रवार सुबह दखल की पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया।
शादीशुदा होने की छुपाई थी बात, कराया मतांतरण
इंस्पेक्टर उत्तर संजीव दुबे ने बताया कि आरिफ ने छात्रा को अपने प्रेमजाल में फंसाया और खुद को अविवाहित बताता रहा। इसके बाद उसका मतांतरण करवाकर निकाह कर लिया। 25 अप्रैल को यहां से भगाने के बाद वह देहरादून और हरिद्वार ले गया। बताया गया है कि पीड़िता का शुक्रवार को डाक्टरी परीक्षण कराया गया। आरोपित के खिलाफ विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत भी मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया।
चार साल पहले छात्रा के घर गया था पीओपी करने
इंस्पेक्टर उत्तर ने बताया कि आरोपित युवक आरिफ चार साल पहले छात्रा के मकान में प्लास्टर आफ पेरिस (पीओपी) करने गया था। उस वक्त पीड़िता का उम्र करीब 15 साल थी। आरोपित ने छात्रा से दोस्ती करने के बाद उसका नंबर ले लिया था।
इसके बाद उसे अपने जाल में फंसा लिया। ढाई साल पहले छात्रा का परिवार लखीमपुर खीरी में रहने लगा था और वहीं चूड़ी का कारोबार करता है। छात्रा 25 अ्रप्रैल को अपने भाई के साथ शहर में परीक्षा देने आई थी।