Lockdown Violation Case: मंत्री ने दिया दखल तब सेवानिवृत्त सूबेदार के घर दौड़े अधिकारी, ये था पूरा मामला
Lockdown violation case सदर की सौदागर चौकी लाइन क्षेत्र में पुलिसकर्मियों ने था पीटा। घायल पूर्व फौजी का नहीं कराया था मेडिकल।
आगरा, जागरण संवाददाता। सदर की सौदागर लाइन पुलिस चौकी क्षेत्र में पुलिसकर्मियों ने रविवार को सेवानिवृत्त सूबेदार को बेरहमी से पीट दिया था। उसका मेडिकल तक नहीं कराया। सोमवार की शाम को मंत्री डॉ. जीएस धर्मेश पीड़ित के घर पहुंचे तो पुलिस अधिकारियों ने दौड़ लगा दी। एसपी सिटी वहां पहुंचे, उन्हाेंने स्वजनों से तहरीर ली। मंत्री ने अधिकारियों से कार्रवाई के लिए कहा। मामले की शिकायत पूर्व सैनिक सेवा संघ और सेना पुलिस से भी की गयी है।
नौलक्खा निवासी रिटायर्ड नायब सूबेदार हरीशचंद आर्या का नाबालिग पुत्र रविवार की सुबह घर के पास दुकान पर सामान लेने गया था। रास्ते में पुलिस ने पकड़ लिया था। हरीशचंद का आरोप है कि पुलिस ने पुत्र को डंडा मार दिया। वह चौकी पर पहुंचे तो बेटे को पीटने का विरोध किया। इस पर पुलिस ने उन्हें भी बेरहमी से डंडों से पीट दिया। उनकी आंख के पास चोट लगी थी। शरीर पर भी कई जगह चोटों के निशान थे। इसके बाद पुलिस ने उन पर लॉकडाउन उल्लघंन का मुकदमा दर्ज कर दिया। घायल के फोटो सोशल मीडिया में वायरल हुए थे।
मामला संज्ञान में आने पर पूर्व मंत्री डॉ.जीएस धर्मेश सोमवार को पीड़ित के घर पहुंचे। परिवार से घटना की जानकारी ली। हरीशचंद की बेटी रचना ने मंत्री को बताया कि पुलिस ने पिता का अभी तक मेडिकल नहीं कराया है। इस पर मंत्री ने पुलिस अधिकारियों से कार्रवाई करने की कहा। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद सेवानिवृत्त सूबेदार के घर पहुंचे। हरीशचंद ने उन्हें तहरीर दी। पूर्व सैनिक सेवा संघ और सेना पुलिस में भी अपने साथ हुई घटना की शिकायत पीड़ित ने की है। एसपी सिटी के अनुसार पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व सैनिक सेवा संघ ने की कार्रवाई की मांग
पूर्व सैनिक सेवा संघ के संरक्षक कर्नल केएल शर्मा शौर्य चक्र, महासचिव सूबेदार सत्यदेव शर्मा और आदि ने सेवानिवृत्त सूबेदार के साथ हुई घटना पर रोष जताया है। संघ के प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी कप्तान गोविंद की सूचना के अनुसार प्रशासन से अनुरोध किया है कि मामले को स्वतः संज्ञान में लेकर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करें। वह एसएसपी और जिलाधिकारी से भी इस मामले में मुलाकात करेंगे। जरूरत पड़ने पर मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की जाएगी।
मंत्री बोले
सेना के जवान अनुशासिम होते हैं। उनपर अनुशासनहीनता का आरोप लगाना गलत है। लॉकडाउन में अमानवीय व्यवहार नहीं होना चाहिए। इस मामले में एसपी सिटी जांच कर रहे हैं। दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए।
- डॉ जीएस धर्मेश, राज्यमंत्री