Lockdown on Weekend: मिठाई विक्रेताआें को रास नहीं आ रही दो दिन की बंदी
दो दिन बाजार बंद होने से मिठाई खराब होने से होगा नुकसान। बासी मिठाई की आशंका से बिक्री पर भी पडे़गा असर।
अागरा, जागरण संवाददाता। प्रदेश सरकार द्वारा सप्ताह में शनिवार-रविवार की बंदी का नियम लागू कर दिया है। इस नियम के बाद सब बाजार अब एक साथ खुल रहे हैं। इससे व्यापारियों को कुछ राहत मिली है, लेकिन नया नियम मिष्ठान विक्रेताओं को रास नहीं आ रहा है। वो इस नियम से व्यापार पर असर पड़ने की बात कह रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के चलते अनलॉक में बाजार खुला। प्रशासन द्वारा संक्रमण रोकने को एक दिन में एक तरफ की दुकानें खोलने का नियम बनाया था। अधिकांश व्यापारी इस नियम को बदलने की मांग कर रहे थे। अब नए नियम के तहत पांच दिन बाजार खुलेगा और दो दिन बंदी होगी। व्यापारियों को यह नियम रास आ रहा है, लेकिन मिठाई विक्रेता इस नियम से परेशान हैं। मिष्ठान विक्रेताओं का कहना है कि मिठाई एेसा आइटम है जो दो-तीन में खराब हो जाती है। जब मिठाई बनाते हैं तो ये पता नहीं होता कि एक दिन में ही पूरी मिठाई बिकेगी या नहीं। ऐसे में दो दिन की बंदी से शुक्रवार को बनी मिठाई सोमवार तक खराब हो जाएगी। इसके बाद सोमवार को अगर नई मिठाई बनाएंगे तो ग्राहकों के मन में यह रहेगा कि कहीं मिठाई बासी तो नहीं है। ऐसे में उनका तो बहुत नुकसान होगा। इसको लेकर मिष्ठान विक्रेता गुरुवार को डीएम से मिलेंगे।
दो दिन मिले ऑनलाइन की अनुमति
दो दिन की बंदी से होने वाले नुकसान की आशंका से मिष्ठान विक्रेता परेशान हैं। भगत हलवाई के शिशिर भगत का कहना है कि मिठाई को स्टोर करके नहीं रखा जा सकता है। ऐसे में प्रशासन से मांग है कि दो दिन की बंदी के दौरान ऑनलाइन बिक्री की अनुमति प्रदान की जाए, जिससे अगर किसी के पास माल बचा भी हो तो वो खराब न हो। इसके अलावा पांच दिन में मिठाई और खाने-पीने की दुकानों काे रात नाै बजे तक खोलने की अनुमति दी जाए। वहीं जीएमबी स्वीट्स के विकास गोयल का कहना है कि रक्षाबंधन सोमवार का है। ऐसे में शनिवार-रविवार काे बाजार बंदी होने से घेवर की बिक्री नहीं हो पाएगी। प्रशासन को रक्षाबंधन पर शनिवार-रविवार को मिठाई की दुकानें खोलने की अनुमति पर विचार करना चाहिए।
मिठाई कारोबार
शहर में मिठाई की दुकान - 300
एक दिन का कारोबार - करीब 50 लाख रुपये