Lockdown में उच्च से लेकर माध्यमिक शिक्षा तक हुआ सबकुछ Online, जानिए कहां क्या हुई है शुरुआत
विवि में ई-लर्निग के लिए 1052 व्याख्यान हो चुके अपलोड। 748 महाविद्यालय और 30 संस्थानों के शिक्षक हुए ऑनलाइन।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस की रोकथाम को लगाए गए लॉकडाउन के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में किसी भी तरह से लॉक न लगे इसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उच्च से लेकर माध्यमिक शिक्षा तक ई लर्निंग की शुरु हो चुकी है। डा. भीमराव आंबेडकर विवि के 56 राजकीय एवं अनुदानित तथा 748 स्ववित्त पोषित महाविद्यालयों के 86 पाठ्यक्रमों के 3.90 लाख विद्यार्थी अपने पाठ्यक्रमों से जुड़े रहें, इसके लिए ई-लर्निग शुरू की गई है। आवासीय परिसर के विद्यार्थियों के लिए भी ऑनलाइन शिक्षण शुरू हो चुका है।
लॉकडाउन शुरू होने से पहले ही विवि की परीक्षाएं आरंभ हो चुकी थीं। परीक्षाएं 50 दिन चलनी थीं। लेकिन 15 दिन होते ही लॉकडाउन हो गया और परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया। विद्यार्थी अपनी पढ़ाई से दूर न हो जाएं इसके लिए कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने ऑनलाइन शिक्षण कार्य कराने के निर्देश दिए।
विवि की वेबसाइट के प्रभारी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने ई-लर्निग व ई-पोर्टल की शुरुआत की। पोर्टल के माध्यम से स्नातक, स्नातकोत्तर तथा शोधरत विद्यार्थियों को 36 लिंक ओपन एक्सेस निश्शुल्क उपलब्ध कराए गए। अब तक विवि की वेबसाइट 30 संस्थानों व विभागों में कार्य करने वाले 149 शिक्षकों ने 1052 व्याख्यान, ई-लर्निग नोट्स एवं ई-कंटेंट्स अपलोड कर दिए हैं। महाविद्यालयों के शिक्षकों ने भी 390 ई-लर्निग नोट्स अपलोड कर दिए हैं। वीडियो व्याख्यान के जरिए विद्यार्थी अपने घरों पर ही पढ़ाई कर रहे हैं। विवि के 24 हजार से विद्यार्थियों ने ई-लर्निग पोर्टल द्वारा ई-नोट्स का लाभ उठाया है। प्रयास किए जा रहे हैं कि विवि परिसर में संचालित होने वाले सभी 86 सेमेस्टर आधारित सीबीसीए प्रणाली पाठ्यक्रमों तथा 71 वार्षिक पाठ्यक्रमों को कवर किया जाए।
यूपी बोर्ड के 437 स्कूलों में शुरु हुईं ऑनलाइन कक्षाएं
यूपी बोर्ड में ऑनलाइन शिक्षण 20 अप्रैल से शुरू होना है, लिहाजा शिक्षकों ने ऑनलाइन पढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी। कुछ शिक्षक-शिक्षिकाएं अच्छा प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने पीपीटी और लिंक के माध्यम से जरूरी नोट्स तैयार किये हैं। मंडल की बात करें तो कुल 437 विद्यालयों में 74097 विद्यार्थी ऑनलाइन कक्षाओं का लाभ ले रहे हैं। जिले की बात करें, तो यहां के 39 राजकीय विद्यालय में से 10 स्कूलों में 842 विद्यार्थी इन कक्षाओं के माध्यम से शिक्षा ले रहे हैं। वहीं 109 एडेड स्कूलों से 17 स्कूलों के 2450 विद्यार्थी और 755 वित्त विहीन स्कूलों में 12 स्कूलों के 2252 विद्यार्थी ऑनलाइन कक्षा में पढ़कर लाभांवित हो रहे हैं। वहीं मंडल की बात करें तो 118 राजकीय स्कूलों में से 54 के 5052 विद्यार्थी, 314 एडेड स्कूलों में से 86 के 20071 विद्यार्थी और 2080 वित्तविहीन स्कूलों में से 297 के 48974 विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। मंडल के कुल 2512 स्कूलों में से 437 विद्यालयों में 74097 विद्यार्थी को ऑनलाइन कक्षाओं में पढ़ाया जा रहा है।
20 अप्रैल तक करें शुरू
शुक्रवार को मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक ने मंडल के शिक्षकों को निर्देश दिए कि 20 अप्रैल तक सभी स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षण शुरू कराया जाए। मंडल स्तर पर जेडी एवं डीआइओएस का वाट्सएप ग्रुप बनाकर समीक्षा की जाएगी, ताकि ऑनलाइन शिक्षण के काम को आगे बढ़ाया जा सके और अच्छा प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों, शिक्षकों व अधिकारियों को पुरस्कृत किया जा सके।