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मथुरा-वृंदावन के बीच कृष्ण भक्तों को लिए चलेगी लाइट रेल, सांसद हेमामालिनी के सुझाव पर बनी सहमति

ब्रज भ्रमण के लिए रोजाना देश के कोने-कोने से हजारों श्रद्धालु आते हैं। पर्यटन के तौर पर मथुरा-वृंदावन में अपार संभावनाएं हैं और इनके विकास के लिए कार्य किए जा रहे हैं। लाइट रेल से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा साथ ही श्रद्धालुओं की आवागमन की सुविधा बेहतर होगी।

By Abhishek SaxenaEdited By: Published: Thu, 05 May 2022 08:06 PM (IST)Updated: Thu, 05 May 2022 08:06 PM (IST)
मथुरा-वृंदावन के बीच कृष्ण भक्तों को लिए चलेगी लाइट रेल, सांसद हेमामालिनी के सुझाव पर बनी सहमति
सांसद हेमामालिनी से मुलाकात में रेल मंत्री ने दी सहमति

आगरा, जागरण टीम। मथुरा-वृंदावन के बीच अब लाइट रेल चलेगी। पहले से यहां बने रेल ट्रैक पर लाइट रेल के लिए दो ट्रैक होंगे, बल्कि अगल-बगल वाहन चलने के लिए रोड भी बनाई जाएंगी। इससे ट्रैफिक की व्यवस्था भी सुधरेगी।

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सांसद हेमामालिनी और उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव में दिल्ली में मुलाकात की। रेल मंत्री ने इस पर सहमति देने के साथ तेजी से कार्य करने के निर्देश भी अफसरों को दिए हैं।

पर्यटक सुविधा केंद्र बनाने के निर्देश

वृंदावन में विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन और पर्यटक सुविधा केंद्र बनाने के निर्देश भी रेल मंत्री ने दिए। बुधवार को रेल मंत्री से मुलाकात के दौरान सांसद हेमामालिनी ने कहा कि वृंदावन से मथुरा के बीच पहले ट्रेन चलती थी, लेकिन अब नहीं चल रही है। ऐसे में रेल ट्रैक का इस्तेमाल हम लाइट रेल चलाने में कर सकते हैं।

ट्रैक के अगल बगल काफी जगह है। वृंदावन से मथुरा के बीच 13 किमी की दूरी पर ट्रैक के दोनों ओर अच्छी रोड बनाकर वाहन भी चलाए जाएं। इस पर रेल मंत्री ने सहमति देने के साथ ही अफसरों को काम शुरू करने के निर्देश दिए। वहीं वृंदावन में पड़ी रेलवे की 11 एकड़ जमीन पर रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाने के साथ ही यहां पर्यटक सुविधा केंद्र भी बनाने के निर्देश दिए। यही नहीं मथुरा रेलवे स्टेशन के पास खाली जमीन पर भी पर्यटक सुविधा केंद्र बनने की भी रेल मंत्री ने सैद्धांतिक सहमति दी है।

लाइट रेल में चार डिब्बे लगाए जा सकते हैं

शैलजाकांत मिश्रा ने बताया कि लाइट रेल के एक डिब्बे में करीब 70 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था होती है। एक रेल में चार डिब्बे लगाए जा सकते हैं। इस तरह दो ट्रैक विकसित हो रहे हैं। दो लाइट रेल चलाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि जल्द ही डीपीआर तैयार होगी। उम्मीद है आने वाले कुछ महीनों में काम शुरू हो जाएगा।

ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग के टेंडर हुए

सांसद हेमामालिनी और ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्रा ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी दिल्ली में मुलाकात की। उन्होंने करीब 12 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग को लेकर भी चर्चा की। शैलजाकांत मिश्र ने बताया कि इस काम के लिए टेंडर हो गए हैं। उम्मीद है कि अगले पांच माह में काम शुरू हो जाएगा। 


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