लगने के 48 घंटे के भीतर एडीए की स्ट्रीट लाइट खराब
- स्ट्रीट लाइट की गुणवत्ता पर उठे सवाल, शिकायतों को पचा गए इंजीनियर
आगरा : ताजनगरी फेस वन हो या फिर नेशनल हाईवे और शास्त्रीपुरम कॉलोनी। इन क्षेत्रों में अधिकांश स्ट्रीट लाइट लगने के 48 घंटे के भीतर ही खराब हो गई हैं। इनकी शिकायतों को भी एडीए के इंजीनियर पचा गए हैं।
नेशनल हाईवे टू, ताजनगरी, शास्त्रीपुरम कॉलोनी सहित शहर में 6300 सोडियम लाइट एडीए की हैं। हाईवे पर अधिकांश लाइटें नहीं जलती हैं। कुछ यही हाल अन्य क्षेत्रों का भी है। ताजनगरी फेज वन निवासी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि स्ट्रीट लाइट खराब होने की अब तक चार शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन लाइट ठीक नहीं हुई है। शास्त्रीपुरम कॉलोनी निवासी शिवराज गुप्ता ने बताया कि लाइट लगने के 48 घंटे के भीतर खराब हो गई। इसकी शिकायत की गई, लेकिन दो माह से लाइट नहीं बदली गई है। शिकायतकर्ता भीम सिंह ने बताया कि हाईवे की लाइटें खराब होने की कई शिकायतें की गई, लेकिन एडीए इंजीनियरों ने कोई ध्यान नहीं दिया। ---
गुणवत्ता की नहीं हुई जांच
लगातार स्ट्रीट लाइट खराब होने के बाद भी एडीए के बिजली विभाग के इंजीनियरों ने गुणवत्ता की जांच नहीं की। न ही इसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी गई बल्कि इंजीनियर संबंधित कंपनी पर मेहरबान रहे।
महंगे रेट पर खरीदी गई लाइट
तीन साल के भीतर एडीए ने जो भी सोडियम लाइट खरीदी हैं। वह लोक निर्माण विभाग के रेट से पांच से सात हजार रुपये प्रति लाइट महंगी हैं।
- एडीए द्वारा जो स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं। उनके जल्द खराब होने की शिकायतें मिली हैं। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
एनजी रवि कुमार, डीएम