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Changes: बदल गए हैं बैंक के नियम, अब डेबिट या क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल से पहले ध्यान रखें ये बातें

रिजर्व बैंक ने डेबिट और क्रेटिड कार्ड को लेकर बढ़ रहे फ्रॉड्स को रोकने के लिए सभी बैंकों को आदेश दिया था कि वो बेवजह ही ग्राहकों के कार्ड में इंटरनेशनल सुविधाएं न दें जबतक कि ग्राहक खुद इसकी मांग न करे।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 02:53 PM (IST)Updated: Thu, 01 Oct 2020 08:53 AM (IST)
Changes: बदल गए हैं बैंक के नियम, अब डेबिट या क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल से पहले ध्यान रखें ये बातें
30 सितंबर से आपके कार्ड से इंटरनेशनल लेन-देन की सेवाएं बंद की जा रही हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। यदि आपका किसी भी बैंक में खाता है तो इन दिनों आपके पास एक मैसेज जरूर आया होगा, जिसमें ये कहा गया था कि 30 सितंबर से आपके कार्ड से इंटरनेशनल लेन-देन की सेवाएं बंद की जा चुकी हैं। मैसेज पढ़कर घबराएं नहीं। ये आपकी सुरक्षा के लिए ही किया गया है। दरअसल, रिजर्व बैंक ने डेबिट और क्रेटिड कार्ड को लेकर बढ़ रहे फ्रॉड्स को रोकने के लिए सभी बैंकों को आदेश दिया था कि वो बेवजह ही ग्राहकों के कार्ड में इंटरनेशनल सुविधाएं न दें, जबतक कि ग्राहक खुद इसकी मांग न करे। इसके अलावा भी कई और बदलाव आज से आपके क्रेडिट और डेबिट कार्ड को लेकर हुए हैं, जिससे आपका अपने कार्ड पर बेहतर नियंत्रण होगा और धोखाधड़ी का खतरा भी घटेगा।  

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ये हुए हैं बदलाव

शुरुआत में आप अपने डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल सिर्फ पीओएस से पेमेंट करने या एटीएम से पैसा निकालने में ही कर सकेंगे। ये बदलाव सभी मौजूदा कार्ड्स, नए कार्ड्स या हाल फिलहाल में रीन्यू कार्ड्स पर लागू होगा। नए जारी हुए कार्ड्स का इस्तेमाल पीओएस या एटीएम में ही किया जा सकेगा। अगर आप ऑनलाइन, कॉन्टैक्टलेस या फिर इंटरनेशनल लेन-देन के लिए कार्ड्स का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ये सेवाएं मैनुअली शुरू करनी होंगी। इन सेवाओं को आप मोबाइल ऐप या नेटबैंकिंग के जरिए शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा एटीएम या बैंक ब्रांच में जाकर भी ये सेवाएं शुरू कराई जा सकती हैं। पुराने या मौजूदा डेबिट और क्रेडिट कार्ड्स के लिए जिसमें कभी ऑनलाइन, कॉन्टैक्टलेस और इंटरनेशनल सेवाओं का इस्तेमाल नहीं किया गया, उनमें ये सर्विसेज बंद कर दी जाएंगी। लेकिन रीन्यू हुआ कार्ड या नए जारी हुए कार्ड्स में ये सेवाएं देनी हैं या नहीं, ये फैसला बैंक लेगा।  

ऑन− ऑफ का ये सिस्टम 

कार्ड फ्रॉड से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपनी मर्जी के हिसाब से सेवाओं को कभी भी बंद और चालू कर सकते हैं। जैसे अगर आप पीओएस या एटीएम से लेन-देन नहीं चाहते, सिर्फ ऑनलाइन पेमेंट ही करना चाहते हैं तो आप इसे कभी भी डिसेबर और इनेबल कर सकते हैं। इसके अलावा आपके कार्ड से निकाली जाने वाली राशि को भी सीमित कर सकते हैं, जैसे अगर आप चाहते हैं कि आपके कार्ड से एक दिन में 5000 रुपये से ज्यादा का न तो पेमेंट हो सके और न ही एटीएम से निकासी हो सके, तो आप इसको फिक्स कर सकते हैं। इसे आप जब चाहें घटा या बढ़ा भी सकते हैं, यानि आपके कार्ड पर पूरी तरह से आपका नियंत्रण होगा। मगर ये लिमिट बैंक की ओर से दी गई सीमा के अंदर ही होनी चाहिए।

ऐसे मैनेज करें 

− सबसे पहले आपको आपको अपने बैंक अकाउंट में मोबाइल या नेटबैंकिंग के जरिए लॉग इन करना है।

− फिर कार्ड्स सेक्शन में जाकर, मैनेज कार्ड को चुनें।

− इसमें आपको दो विकल्प मिलेंगे डोमेस्टिक और इंटरनेशनल।

− इसमें से जिसमें भी आपको बदलाव करना है उस विकल्प को चुनें।

− जो भी लेन-देन बंद करना चाहते हैं तो ऑफ कर दीजिए, शुरू करना चाहते हैं तो ऑन कर दीजिए।

− अगर लेन-देन की लिमिट को सीमित करना चाहते हैं तो मोड के हिसाब से उसे भी कर सकते हैं। 


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