जब पहले से ही है Lockdown तो क्यों पड़ी HotSpot सील करने की जरूरत, पढ़ें क्या है अंतर ?
हॉट स्पॉट सील में आगरा 20 क्षेत्र किये गए हैं पूरी तरह बंद। आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता सिर्फ होम डिलीवरी।
आगरा, जागरण संवाददाता। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को जैसे ही 14 अप्रैल तक के लिए प्रदेश के 15 जिलों के हॉट स्पॉट सील करने की घोषणा की तो सवाल उठने लगे कि आखिर जब पहले से ही देशभर में लॉकडाउन है। सबकुछ बंद है फिर ये क्षेत्र सील करने की कवायद क्यों। अब आगरा की ही बात ली जाए तो कोरोना वायरस को लेकर अब तक 84 मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में यहां के 20 क्षेत्रों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। हम आपकों बताते हैं कि लॉकडाउन और हॉट स्पॉट सील होने में क्या अंतर है।
लॉकडाउन में ये होती है व्यवस्था
लॉकडाउन के दौरान आप एहतियात के साथ जरूरी सामान लेने बाहर जा सकते हैं। फल, सब्जियां, राशन, दूध, दवाइयों के लिए बाहर जाने की छूट होती है। आपातकालीन सेवाएं चलती रहती हैं। मगर बेवजह घरों से निकलने पर कानूनी रोक है। देश में लॉकडाउन तो 25 मार्च से लागू है, इसके बावजूद इसी पीरियड में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आगरा में संख्या 84 तक पहुंच चुकी है। ऐसे में 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन से राहत मिलने की उम्मीद कम ही देखी जा रही है।
सीलिंग में छूट बिल्कुल नहीं
लॉकडाउन के बाद भी जिन इलाकों से कोरोना के मामले बढ़ते गए, वहां सब कुछ सील कर दिया गया। लोगों को घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई। दवा, दूध-राशन के लिए भी छूट नहीं है। सब दुकानें बंद करा दी गईं। डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग शुरू की गई। संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए गए। हर पॉजिटिव केस की संपर्कों की भी पहचान होगी ताकि कोई छूट ना जाए। कुछ मिलाकर इन इलाकों को पूरी तरह से अन्य क्षेत्रों से अलग कर दिया गया ताकि संक्रमण इन इलाकों से बाहर ना जाए। आवश्यक सामान के लिए जिला प्रशासन ने 0562- 2454209 फोन नंबर जारी किया है। यहां फोन करके आप होम डिलीवरी करा सकते हैं। क्षेत्रों में पुलिस की सतर्कता बढ़ा दी गई है। क्षेत्रों में 80 बैरिकेडिंग लगा दी गई हैं।
क्यों पड़ी हॉट स्पॉट सील करने की जरूरत
25 मार्च से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू किये गए देशभर में लॉकडान के बावजूद आगरा में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। पहले जहां दो या तीन ही केस सामने आ रहे थे वहीं गुरुवार को एकसाथ 19 नए मामले सामने आए। इस बाबत स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल द्वारा जारी किये गए बयान को समझने की जरूर है। उन्होंने बताया था कि ICMR के अध्ययन से पता चलता है कि COVID-19 मरीज 30 दिनों में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है, यदि वह लॉकडाउन, सामाजिक दूरी का पालन नहीं करता है। अगर हम लॉकडाउन कर दें तो एक व्यक्ति केवल 2.5 को संक्रमित कर सकता है। यदि कोई रोकटोक नहीं हो, कोरोना से ग्रसित एक व्यक्ति एक महीने 406 लोगों को ग्रसित कर सकता है। इस तरह वह 30 दिन में 406 तक कोरोना का वायरस पहुंचा देता है। लेकिन लॉकडाउन और दूसरे सोशल डिस्टेंसिंग के कदमों को कड़ाई से लागू कर इसके फैलने की गति को 75 फीसदी कम करने में सफल होते हैं, तो एक व्यक्ति 30 दिन में केवल 2.5 लोगों को कोरोना फैला पाएगा।
ये हैं आगरा के हॉट स्पॉट क्षेत्र
- पारस हॉस्पिटल, न्यू आगरा
- एसआर अस्पताल, रावली साउथ
- कृष्णा विहार जीवनी मंडी, नयाघर
- आजमपाड़ा रामनगर, रामनगर
- मंटोला, मंटोला
- मगटाई, बिचपुरी
- हींग की मंडी, छत्ता
- तोपखाना लेडी लॉयल, लेडी लॉयल
- वजीरपुरा, एचपी ईस्ट
- गढ़ैया, ताजगंज
- सीता नगर, रामबाग
- चारसू गेट, एसएन मेडिकल कॉलेज
- किशोरपुरा, जगदीशपुरा
- चौगरा तेहरा, सैंया
- सुभाष नगर, शाहगंज प्रथम
- हसनपुर, खंदौली
- सुभाष नगर
- घटिया आजम खां
- साबुन कटरा, एसएन मेडिकल कॉलेज
- बसंत विहार, कमला नगर
खाकी है मुस्तैद
एसएसपी बबलू कुमार के अनुसार शहर में सभी हॉटस्पॉट में करीब 400 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। 12 घण्टे की शिफ्ट में ड्यूटी लगाई जा रही है। इन इलाकों में 80 बैरियर हैं। अभी इलाकों में मॉनिटरिंग क्षेत्रीय एसएचओ और सीओ कर रहे हैं। अग्निशमन विभाग के फायर टेंडर में सोडियम हाइपो क्लोराइड पानी में मिलाकर सभी इलाकों को सेनेटाइज कराया गया है। करीब 1300 लीटर केमिकल दमकल को दिया गया है। 3 फायर टेंडर लगे हैं। इसके अलावा पूरे शहर में पुलिस सख्ती से लॉकडाउन का पालन करा रही है।