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UP COVID 3rd Wave Update: सावधान, बड़ों से बच्चों को खतरा, जानिए आगरा है कितना तीसरी लहर के लिए तैयार

UP COVID 3rd Wave Update कोरोना की तीसरी लहर में युवाओं के संक्रमित होने से उनके बच्चे भी हो सकते हैं संक्रमित। निजी अस्पताल में पीकू की कमी चल रही हैं तैयारियां। जरूरी है कि 18 से अधिक उम्र के लोग वैक्सीन जरूर लगवा लें।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Mon, 21 Jun 2021 05:34 PM (IST)Updated: Mon, 21 Jun 2021 05:34 PM (IST)
UP COVID 3rd Wave Update: सावधान, बड़ों से बच्चों को खतरा, जानिए आगरा है कितना तीसरी लहर के लिए तैयार
आगरा में निजी अस्पताल में पीकू की कमी, चल रही हैं तैयारियां।

आगरा, अजय दुबे। कोरोना की तीसरी लहर अगस्त में आ सकती है। इस बार बच्चों के संक्रमित होने का खतरा है। मगर, कोरोना संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए सीमित संसाधन हैं। गंभीर मरीजों के लिए पिडियाट्रिक आइसीयू की कमी है। केंद्र सरकार द्वारा आगाह करने के बाद निजी अस्पतालों में पीकू तैयार किए जा रहे हैं। आइसीयू के बेड को पीकू बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है।

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बाल रोग विशेषज्ञों की संख्या इंडियन एकेडमी आफ पिडियाट्रिक्स (आइएपी) आगरा के 200 सदस्य हैं। इसमें से सात बाल रोग विशेषज्ञों के अपने हास्पिटल भी हैं। 10 बडे़ हास्पिटल में एनआइसीयू है लेकिन पीकू के बेड नहीं हैं। कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए पीकू के बेड तैयार कराए जा रहे हैं। इस सबके बीच बाल रोग विशेषज्ञ बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने पर जोर दे रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चे घर से बाहर नहीं जा रहे हैं। ऐसे में घर से बाहर जा रहे मम्मी पापा और कोई अन्य सदस्य कोरोना संक्रमित होता है तो उससे बच्चे संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि 18 से अधिक उम्र के लोग वैक्सीन जरूर लगवा लें। जो लोग घर से बाहर जा रहे हैं वे मास्क का इस्तेमाल करें और शारीरिक दूरी बनाकर रखे। पहली और दूसरी लहर में बच्चों में मामूली लक्षण कोरोना की पहली और दूसरी लहर में दो फीसद बच्चे संक्रमित हुए हैं। बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है इसलिए बच्चों में मामूली लक्षण मिले हैं। अधिकांश बच्चे होम आइसोलेशन में ही ठीक हो गए। 5 फीसद बच्चों को ही भर्ती करना पडा, ये भी ठीक हो गए।

निजी हास्पिटल और क्लीनिक का हाल

- बाल रोग विशेषज्ञ 200 पिडियाट्रिक हास्पिटल

-सात निजी हास्पिटल में पीकू के बेड

-50 तीसरी लहर से बचाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। निजी अस्पतालों में एनआइसीयू हैं, इसे ही पीकू में बदल दिया जाएगा। अभी 50 बेड हैं इन्हें बढ़ाकर 200 तक कर दिया जाएगा।

डा आरएन शर्मा, अध्यक्ष आइएपी, आगरा

तीसरी लहर में मम्मी -पापा और घर से बाहर जाने वाले स्वजनों से बच्चों के संक्रमित होने का खतरा है। इसलिए जो लोग घर से बाहर जा रहे हैं वे कोरोना संक्रमित होने से बचाव के सभी इंतजाम करें।

डा अरुण जैन, उपाध्यक्ष आइएपी, आगरा


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