दरोगा से लूटी पिस्टल को ही शराब माफिया बना रहा था ढाल, किये थे पांच राउंड फायर
घेरा तोड़ भाग निकलने के लिए सरकारी पिस्टल से किए पांच राउंड फायर। तमंचा का भी माफिया ने किया था इस्तेमाल। दरोगा से लूटी गई सरकारी पिस्टल मुठभेड़ के बाद मोती से बरामद हुई। पांच खोखा कारतूस भी मिले।
आगरा, जेएनएन। पुलिस टीम पर हमले के दौरान कच्ची शराब माफिया ने साथियों के साथ मिलकर दरोगा से जो सरकारी पिस्टल लूटी थी उसे ही माफिया ने सुरक्षा की ढाल बनाने की कोशिश की। मुठभेड़ के दौरान लूटी गई सरकारी पिस्टल से पुलिस टीम पर उसने पांच राउंड फायर किए जबकि दो राउंड फायर तमंचे से किए गए। पुलिस ने सरकारी पिस्टल के पांच खोखा कारतूस एवं एक जिंदा कारतूस बरामद किया है। मुख्य आरोपित मोती ने नौ फरवरी को जब पुलिस टीम पर हमला किया था तो भाला से दरोगा अशाेक कुमार और सिपाही देवेंद्र कुमार को घायल कर दिया। आरेापित और उसके साथी इतने हिंसक हो गए थे कि वह पुलिस का तो खौफ ही खाे बैठे, यहां तक कि दरोगा की सरकारी पिस्टल लूट ली। पिस्टल की पुलिस को तलाश थी। मुठभेड़ के बाद यह पिस्टल माफिया से बरामद हुई। उसने पुलिस से बचने के लिए मुठभेड़ के दौरान इस पिस्टल से फायर किए। माैके से पांच खोखा कारतूस और जिंदा कारतूस बरामद हुआ है। इसके अलावा पुलिस पर तमंचे से भी माफिया ने हमला किया। गनीमत रही कि माफिया द्वारा की गई फायरिंग में कोई पुलिस कर्मी घायल नहीं हुआ।
दरोगा से लूटी गई सरकारी पिस्टल मुठभेड़ के बाद मोती से बरामद हुई है। पांच खोखा कारतूस मिले हैं। जिससे स्पष्ट हुआ है कि पांच राउंड फायर माफिया ने इस सरकारी पिस्टल से पुलिस टीम पर किए।
- रिपुदमन सिंह, प्रभारी निरीक्षक गंजडुंडवारा