सुनिए सरकार, अब तो कर दीजिए कीठम का उद्धार
सूर सरोवर पक्षी विहार में ईको पर्यटन विकास का प्रस्ताव अटका। पांच माह में नहीं हुआ 150 करोड़ के प्रस्ताव पर फैसला।
आगरा, जागरण संवाददाता। सरकार यदि सुध ले तो सूर सरोवर पक्षी विहार (कीठम) की सूरत संवर जाएगी। ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के 150 करोड़ के प्रस्ताव पर अब तक फैसला नहीं हो सका है।
वन विभाग ने 400 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले सूर सरोवर पक्षी विहार को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित करने के लिए अगस्त में प्रस्ताव तैयार किया था। इसके तहत पक्षी विहार में गोल्फ कार्ट बैटरी, पैडल बोर्ड, साइकिल, आरसीसी की बेंच, गेस्ट हाउस के सुंदरीकरण समेत वॉच टावर को बेहतर करने का प्रस्ताव था। 300 हेक्टेयर में फैली झील में नाव चलाने का भी प्रस्ताव था। इस पर अब तक शासन स्तर से अमल नहीं हो पाया है। फिलहाल पक्षी विहार में विदेशी पक्षियों के अलावा भालू संरक्षण गृह भी है। प्रस्ताव पर मुहर लगी तो यहां की सूरत बदल सकती है।
शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजने के साथ ही रिमांइड भी कराया है। यहां बैटरी चलित वाहनों से पर्यटक घूम सकते हैं। इससे प्रदूषण भी थमेगा और वाहनों से होने वाले शोर से जीव-जन्तुओं को राहत भी मिलेगी।
नहीं होगा।
आनंद कुमार, उप वन संरक्षक