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Maha Shiv Ratri: भगवान शिव की पूजा करते समय रखें इन बातों का ध्‍यान Agra News

महाशिवरात्रि पर शिवलिंग की पूजा का विशेष महत्व है जानिए महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव एवं शिवलिंग पूजा विधि शुभ मुहूर्त पूजा सामग्री और शिवरात्रि की कहानी के बारे में।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 08:23 PM (IST)Updated: Fri, 21 Feb 2020 08:19 AM (IST)
Maha Shiv Ratri: भगवान शिव की पूजा करते समय रखें इन बातों का ध्‍यान Agra News
Maha Shiv Ratri: भगवान शिव की पूजा करते समय रखें इन बातों का ध्‍यान Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस वर्ष महाशिवरात्रि 21 फरवरी (शुक्रवार) को एक विशेष योग में मनाई जाएगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस विशेष संयोग का नाम शश योग है। इस दिन पांच ग्रहों की राशि पुनरावृत्ति होने के साथ शनि व चंद्र मकर राशि, गुरु धनु राशि, बुध कुंभ राशि तथा शुक्र मीन राशि में रहेंगे।.

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शिवरात्रि की पूजा विधि-

- शिव रात्रि के दिन सबसे पहले सुबह स्नान करके भगवान शंकर को पंचामृत से स्नान करवाएं।

- उसके बाद भगवान शंकर को केसर के 8 लोटे जल चढ़ाएं।

- इस दिन पूरी रात दीपक जलाकर रखें।

- भगवान शंकर को चंदन का तिलक लगाएं।

- तीन बेलपत्र, भांग धतूर, तुलसी, जायफल, कमल गट्टे, फल, मिष्ठान, मीठा पान, इत्र व दक्षिणा चढ़ाएं। सबसे बाद में केसर युक्त खीर का भोग लगा कर प्रसाद बांटें।

- पूजा में सभी उपचार चढ़ाते हुए 'ॐ नमो भगवते रूद्राय, ॐ नमः शिवाय रूद्राय् शम्भवाय् भवानीपतये नमो नमः' मंत्र का जाप करें।

महाशिवरात्रि पर शिवलिंग की पूजा का विशेष महत्व है, जानिए महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव एवं शिवलिंग पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, पूजा सामग्री और शिवरात्रि की कहानी के बारे में।

ज्‍योतिषाचार्य डा. शोनूू मेहरोत्रा के अनुसार भोलेनाथ की आराधना का प्रमुख पर्व है महाशिवरात्रि, शिवपुराण के ईशान संहिता में कहा गया है कि शिवरात्रि के दिन महादेव करोड़ों सूर्य के समान प्रभाव वाले रूप में अवतरित हुए थे। इसी दिन उनका विवाह माता पार्वती से हुआ था। इसलिए ये दिन महादेव को अत्यंत प्रिय है।

इसलिए करें शिवरात्रि का व्रत

मान्यता है कि महाशिवरात्रि का व्रत रखने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है और आत्मा की शुद्धि होती है। ये व्रत मनुष्य को नरक से मुक्ति दिलाने वाला है। यदि कुंवारी लड़कियां इस व्रत को रहें तो उन्हें योग्य वर प्राप्त होता है। सुहागिन स्त्रियां भी शिवरात्रि के दिन व्रत रखती हैं। ऐसा करने से उनके पति का जीवन और स्वास्थ्य हमेशा अच्छा बना रहता है। वहीं पुरुषों को महाशिवरात्रि पर व्रत रखने से व्यवसाय में वृद्धि और नौकरी में तरक्की मिलती है।

शिवलिंग का जरूर करें पूजन

शिवरात्रि के दिन शिवलिंग का पूजन जरूर करना चाहिए क्योंकि मान्यता है कि शिवरात्रि के दिन जहां-जहां भी शिवलिंग स्थापित है, उस स्थान पर भगवान शिव का स्वयं आगमन होता है।

ऐसे करें पूजन

सुबह स्नान करके शिवलिंग के समक्ष व्रत का संकल्प लें। शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद से अभिषेक करें। पुष्प, बेलपत्र, धतूरा और बेर आदि चढ़ाएं। धूप-दीप जलाकर मंत्र का जाप करें। शिवस्तुति व शिवस्त्रोत का पाठ भी करना चाहिए। सुबह व शाम के समय महादेव की आरती करें। हो सके तो चाराेें पहर शिव जी का पूजन करें। 


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