पानी की एक-एक बूंद की कीमत पता है इन्हें
- कालिंदी विहार के काशीराम आवास में रहने वाले लोग पानी के लिए परेशान - पाइप लाइन में अवैध कनेक्शन के चलते नहीं पहुंच पाता पानी जागरण संवाददाता, आगरा: यमुना पार के कालिंदी विहार में बने कांशीराम आवास में करीब 800 परिवार रहते हैं। इनके घर तक पाइप लाइन तो बिछी है, लेकिन पानी बूंद-बूंद करके ही आता है। पानी के लिए टैंकर का इंतजार, फिर दूर से पानी लाने की दौड़ यहां की दिनचर्या का हिस्सा है।
जागरण संवाददाता, आगरा: यमुना पार के कालिंदी विहार में बने कांशीराम आवास में करीब 800 परिवार रहते हैं। इनके घर तक पाइप लाइन तो बिछी है, लेकिन पानी बूंद-बूंद करके ही आता है। पानी के लिए टैंकर का इंतजार, फिर दूर से पानी लाने की दौड़ यहां की दिनचर्या का हिस्सा है।
कालिंदी विहार स्थित कांशीराम आवास के सात ब्लॉक सहित राधापुरम, ज्योति कुंज तक ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थित पानी की टंकी से सप्लाई होती है। यह पानी कांशीराम आवास तक नहीं पहुंच पाता है। रास्ते में ही पाइप लाइन में लोगों ने अवैध कनेक्शन कर लिए हैं। टंकी से एक घंटे तक पानी की सप्लाई की जाती है, लेकिन रास्ते में पानी की चोरी के चलते कांशीराम आवासों तक पानी नहीं पहुंचता। थोड़ी देर के लिए बूंद-बूंद पानी टपकता भी है तो एक बाल्टी भी मुश्किल से भर पाती है।
टैंकर पर लगती है भीड़
क्षेत्र में भूगर्भ जल खारी होने के कारण लोगों के सामने पानी की किल्लत बढ़ गई है। ऐसे में पानी के लिए उन्हें टैंकरों पर निर्भर होना पड़ता है। नंदलालपुर से पानी के टैंकर आते हैं। इन टैंकर के आते ही मारामारी मच जाती है। लोगों का कहना है कि पानी खरीदने में ही उनकी बड़ी धनराशि खर्च हो जाती है।
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वर्जन
पानी के लिए रोज संघर्ष करना होता है। सुबह उठकर सबसे पहले पानी भरना ही प्राथमिकता होती है। पाइप लाइन तोड़कर दूसरे लोग हमारे हिस्से का पानी ले जाते हैं।
आशीष कालिंदी विहार में शुरू से पानी की किल्लत है। इसके बाद भी लोगों की समस्या को कोई सुनने वाला नहीं हैं। रुपये देकर पानी खरीदना पड़ता है।
स्नेहलता