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Jagannath Rath Yatra: बीमारी से उठ नगर भ्रमण को निकलेंगे भगवान, जगन्नाथ रथयात्रा की तैयारियां ब्रज में पूरी

Jagannath Rath Yatra वृंदावन में संवरने लगा भगवान जगन्नाथ रथ सिलने लगी नई पोशाक। भगवान जगन्नाथ यात्रा महोत्सव में दो साल बाद नजर आएगा उल्लास। 15 दिन के लिए भगवान जगन्नाथ का एकांत में उपचार किया जा रहा है।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 28 Jun 2022 04:56 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jun 2022 04:56 PM (IST)
Jagannath Rath Yatra: बीमारी से उठ नगर भ्रमण को निकलेंगे भगवान, जगन्नाथ रथयात्रा की तैयारियां ब्रज में पूरी
ब्रजधाम में भगवान जगन्नाथ रथयात्रा की तैयारियां पूरी।

आगरा, जागरण टीम। भगवान जगन्नाथ रथयात्रा दिव्य और भव्य होगी। भगवान के रथों को सजाया संवारा जाने लगा है। कारीगर ठाकुरजी की नई पोशाक सिल रहे हैं। बीमार पड़े भगवान जगन्नाथ जी का आयुर्वेद पद्धति से उपचार किया जा रहा है। एक जुलाई को दोपहर तीन बजे भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा नगर भ्रमण पर निकलेगी। दो साल बाद महोत्सव में उल्लास नजर आएगा।

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दरअसल, दो साल पहले कोरोना काल के कारण धार्मिक उत्सवों के आयोजन पर प्रतिबंध लगा हुआ था। ऐसे में जगन्नाथ मंदिर के अलावा सप्तदेवालयों में भी रथयात्रा महोत्सव प्रतीकात्मक ही मनाया गया। जगन्नाथ मंदिर परिसर में ही भगवान की रथयात्रा निकाली गई थी। पिछले साल रथों को नगर भ्रमण की अनुमति नहीं मिली। कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन किए जाने के महोत्सव को भव्यता नहीं मिल सकी। इस बार इसे दिव्य और भव्य रूप देने की तैयारी जगन्नाथ मंदिर के साथ-साथ सप्त देवालयों में आरंभ हो चुकी हैं। हालांकि, भगवान जगन्नाथ अधिस्नान के बाद बीमार होने से अभी विश्राम कर रहे हैं। आयुर्वेदिक पद्धति से उनका उपचार किया जा रहा है। भगवान अभी भक्तों को दर्शन नहीं दे रहे हैं। एक जुलाई की सुबह भगवान अपने भक्तों को दर्शन देंगे। भगवान स्वस्थ होकर सबसे पहले गाय के दर्शन करेंगे। इसके बाद भगवान को छप्पनभोग अर्पित किए जाएंगे।

चले जाते हैं एकांतवास में

धार्मिक मान्यता है कि ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को स्नान के दौरान पानी से खूब नहाने के कारण भगवान जगन्नाथ बीमार पड़ जाते हैं। इसलिए 15 दिन के लिए उनका एकांत में उपचार किया जाता है। साथ ही भोजन भी उन्हें सादा दिया जाता है। काढ़ा दिया जाता है। एक जुलाई को सुबह पांच बजे भगवान गो दर्शन करने के बाद भक्तों को दर्शन देंगे। इसके बाद उनको छप्पनभोग परोसे जाएंगे। दोपहर तीन बजे भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और बहन सुभद्रा अलग-अलग तीन रथों में बैठकर नगर भ्रमण को निकलेंगे। जगन्नाथ रथयात्रा के अलावा सप्त देवालयों में शामिल गोविंददेव, गोपीनाथ, मदनमोहन, पागल बाबा समेत अन्य मंदिरों के रथ नगर भ्रमण को निकलेंगे।

ज्ञानगुदड़ी की करेंगे परिक्रमा फिर लौटेंगे

मंदिर रथयात्रा महोत्सव के दिन मंदिरों से निकलने वाले भगवान जगन्नाथ के रथ ज्ञानगुदड़ी पहुंचेंगे। यहां ज्ञानगुदड़ी की परिक्रमा करने के बाद ही मंदिर को लौटेंगे। ऐसे में ज्ञानगुदड़ी में रथयात्रा महोत्सव का मेला जुटता है। जहां हजारों भक्त रथों के दर्शन के लिए मौजूद रहते हैं।


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