अब तीसरी आंख का पहरा नहीं बचने देगा, कंट्रोल रूम से ही हो जाएगा चालान Agra News
चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे से लाइव ई-चालान की व्यवस्था शुरू।
आगरा, जागरण संवाददाता। अगर वाहन चलाना है तो ट्रैफिक नियमों के पालन की आदत डाल लें। नियम उल्लंघन पर अब न तो छिपकर बचेंगे न सिफारिश से। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर पुलिस की ऑनलाइन नजर है। चौराहे पर ट्रैफिक नियम तोड़ा नहीं कि स्मार्ट सिटी के कमांड कंट्रोल सेंटर से चालान जनरेट होना शुरू हो जाएगा। मोबाइल पर मैसेज पहुंचने के साथ ही कुछ दिन में डाक से भी घर चालान पहुंच जाएगा। सोमवार से इसकी शुरुआत हो गई। पहले चरण में एमजी रोड के सभी चौराहों को इसमें शामिल किया गया है।
नगर निगम में बने स्मार्ट सिटी के कमांड कंट्रोल सेंटर में 32 कंप्यूटर हैं और एक बिग स्क्रीन लगी है। पहले चरण में शहर के 24 चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। एमजी रोड पर भगवान टॉकीज से लेकर प्रताप पुरा तिराहा तक सीसीटीवी कैमरे समेत अन्य उपकरण लगाए जा चुके हैं। ये सभी कमांड कंट्रोल सेंटर से कनेक्ट हैं। यहां बैठकर चौराहे का नजारा लाइव देखा जा सकता है। अब इसका उपयोग ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए किया जाएगा।
एसपी ट्रैफिक प्रशांत कुमार सोमवार को कमांड कंट्रोल सेंटर में पहुंचे। उन्होंने चौराहों को लाइव देखकर नियम तोड़ने वाले 25 लोगों के कंट्रोल रूम से चालान कराए। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि यह व्यवस्था सोमवार से शुरू हो गई है। एमजी रोड के सभी चौराहों पर नियम तोड़ने वालों के कंट्रोल रूम से चालान किए जाएंगे। इसके बाद शहर के अन्य चौराहों पर भी यह व्यवस्था शुरू हो जाएगी।
पुलिसकर्मी जनरेट करेंगे चालान
कंट्रोल सेंटर में चालान जनरेट करने को ट्रैफिक पुलिसकर्मी बैठाए जाएंगे। ये चालान करने के बाद पोस्ट से फोटो चालान वाहन स्वामी के घर भेजने की व्यवस्था करेंगे।
मोबाइल पर एसएमएस और घर पहुंचेगा चालान
नगर निगम में बने स्मार्ट सिटी के कमांड कंट्रोल सेंटर में एमजी रोड के सभी चौराहों का सीसीटीवी कैमरों से लाइव फीड चलेगा। दोपहिया वाहन पर बिना हेलमेट, कार में बिना सीट बेल्ट चलने वाले लोगों की इमेज ले ली जाएगी। वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने वाले और रेड लाइट जंप करने वाले भी सीसीटीवी कैमरे की नजर से नहीं बच सकेंगे। गाड़ियों के नंबर के आधार पर उसके मालिक के नाम चालान जनरेट हो जाएगा। इसके बाद डाक से फोटो चालान की तरह यह घर भेज दिया जाएगा। जिन गाड़ी मालिकों के वाहन पंजीकरण सर्टिफिकेट में मोबाइल नंबर लिखा है, उनको एसएमएस से भी ई-चालान भेज दिया जाएगा।